Thursday, November 21, 2024
Follow us on
 
BREAKING NEWS
राज्य सरकार पंचकूला में पत्रकारिता विश्वविधालय स्थापित करने पर गंभीरता से करेगी विचार-विधानसभा अध्यक्ष*भाजपा पंचकूला ने अल्पसंख्यक मोर्चा के 4 मंडल अध्यक्षों की घोषणा कीजन सरोकार दिवस’ रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ता दिन रात एक कर दे - अजय सिंह चौटालानिर्यातक के घर के सामने जमकर प्रदर्शन किया और हर रोज धरना देने का फैसला लिया। कहां की है घटना पढ़िए पूरी खबरअभय सिंह की जीत के बावजूद किसान की करारी हार-- ऐलनाबाद उपचुनाव परिणाम की समीक्षा --- पढ़िए पूरा विश्लेषणमल्टीस्पेशलिटी चेकअप कैंप में 270 लोगों की जांच, 20 आपरेशनविधानसभा अध्यक्ष ने किया अमरटेक्स, इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 में फैक्ट्रियों के मालिकों व श्रमिकों/कर्मचारियों के लिये मैगा कोविशिल्ड वैक्सीनेशन कैंप का उद्घाटन।पेड़-पौधे लगाकर हम धरती माता का श्रृंगार कर सकते हैं: श्रवण गर्ग
 
 
 
Entertainment

माधुरी दीक्षित ने फिल्मों को क्यों कहा अपने लिए किसी घटना जैसा

May 29, 2018 10:27 AM

मुंबई, 29 मई ( इंद्रा गुप्ता  ) :  बॉलीवुड की धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित इन दिनों मराठी सिनेमा की ओर काफी ध्यान दे रही हैं। फिलहाल वह अपनी आगामी फिल्म 'बकेट लिस्ट' के प्रमोशन में व्यस्त चल रही हैं। इस फिल्म से वह मराठी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने जा रही हैं। माधुरी कहना है कि क्षेत्रीय फिल्म उद्योग ने सामग्री और निर्माण मूल्य के मामले में काफी विकास किया है, जिससे युवा पीढ़ी का इसकी तरफ आकर्षण बढ़ा है। फिल्म उद्योग में काम करने की चाह में मुंबई में रहने वाले अधिकांश युवा पहले मराठी सिनेमा में अपनी किस्मत आजमाने के बजाए बॉलीवुड की ओर रुख करना चाहते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर माधुरी ने कहा, "अगर आप मराठी सिनेमा में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं तो आपको मराठी आनी चाहिए। अगर आपको नहीं आती है तो आपको हिंदी सिनेमा का ही रुख करना होगा।" उन्होंने आगे कहा, "इसके साथ ही मराठी फिल्मों के पास पहले उतना आकर्षण नहीं था जो आज है। यह आज अधिक विकसित और युवाओं के लिए अधिक आकर्षक है। तकनीकी तौर पर कहें तो इसकी प्रोडक्शन वैल्यूज हिंदी फिल्मों से कम नहीं है।"
 

उन्होंने कहा कि 'नटसम्राट', 'कोर्ट' और 'सैरत' जैसी फिल्में बनीं और उन्होंने परिदृश्य को बदला। माधुरी ने आगे कहा, "अनुवाद के लिए धन्यवाद, अब अधिक लोगों के पास मराठी फिल्मों तक पहुंच है और आप नहीं जानते कि भविष्य में लोगों द्वारा मराठी फिल्मों की सराहना की जाएगी।" भाषा जानने के बावजूद इतने सालों में उन्होंने मराठी फिल्म क्यों नहीं की? इसका जवाब देते हुए माधुरी ने कहा, "मेरे मामले में सबसे पहले मुझे अभिनेत्री बनने की कोई चाह नहीं थी। मैं स्कूल के ड्रामों में अपने नृत्य, अभिनय, पढ़ाई और हर चीज से खुश थी। फिल्में मेरे लिए एक घटना जैसी हैं, इसलिए मैंने अभी हिंदी फिल्मों के साथ शुरुआत की और ऐसा करना जारी रखा।" माधुरी ने 1990 में कई महिला केंद्रित फिल्में कीं, लेकिन उनके अनुसार उस शैली की परिभाषा अब बदल चुकी है।उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लेखक हमारे पुराने दिनों की तुलना में आज महिलाओं को बेहतर समझते हैं। इसलिए वे हमारे लिए बहुत बेहतर किरदार गढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि महिला-केंद्रित सिनेमा की परिभाषा अब बदल गई है और यह हम सभी के लिए बहुत दिलचस्प है।" माधुरी ने अपने करियर का जिक्र करते हुए कहा, "मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अपने करियर की शुरुआत में अलग-अलग किरदार मिले, फिर वह चाहे ‘तेजाब’ हो या ‘दिल’ और ‘बेटा’।" उन्होंने कहा, "आज के लेखन में महिला किरदारों का स्तर मानसिक तौर पर मजबूत होता है। पात्र वास्तविकता के करीब होते हैं।" माधुरी फिलहाल 'कलंक' और 'टोटल धमाल' की शूटिंग में व्यस्त हैं।

Have something to say? Post your comment
 
More Entertainment News
--हरियाणा के विद्यार्थी करेगें आस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी से आॅनलाइन पढ़ाई हाईकोर्ट ने मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह के भाई को दी राहत
गुजरे जमाने की मशहूर ऐक्ट्रेस विद्या सिन्हा का गुरुवार 15 अगस्त को मुंबई में निधन
रायपुररानी क्षेत्र के दो कलाकारो ने किया बडे पर्दे की मूवी मे काम -31 मई को होगी रिलीज गिप्पी ग्रेवाल, सरगुन मेहता ने इंडियन मोटरसाइकल राइड में अपनी फिल्म को प्रमोट किया पंचकूला सेक्टर 16 की पूनम सहगल को दिल्ली में नेशनल अवॉर्ड स्टार अचीवर अवार्ड से किया गया सम्मानित रेनबो लेडीज क्लब ने मनाई फूलो की होली* *जाने माने पॉलीवूड एक्टर सिंह परमवीर रहे मुखय अतिथि* कादर खान की मौत से दुखी डेविड धवन, बोले- भाईजान जैसा कोई नहीं अनुपम खेर बोले- कोई और देश होता तो ऑस्कर में जाती The Accidental Prime Minister WEF रिपोर्ट: वर्क प्लेस में महिला-पुरुष में भेदभाव खत्म होने में लगेंगे 200 साल