एक्टर अनुपम खेर की फिल्म The Accidental Prime Minister का ट्रेलर रिलीज होने के बाद अब इस पर विवाद शुरू हो गया है. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के राजनीतिक करियर पर बेस्ड मूवी लंबे समय से चर्चा में रही है.
अनुपम खेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मनमोहन सिंह की तरह नकल करने के लिए मैंने किताब पढ़ीं. मैंने पहली फिल्म में 28 साल की उम्र में 65 साल के बूढ़े का रोल किया था.
विवाद के बारे में अनुपम खेर ने कहा, "यूथ कांग्रेस के लीडर ने इस बारे में एक खत लिखा लेकिन पहले मैंने इग्नोर किया. हमने बहुत ही करेक्ट कार्यप्रणाली बनाई है. हमने फिल्म सेंसर बोर्ड को दिखाई और फिर वहां से ओके होकर आई. इसलिए फिल्म को किसी और को दिखाने का मतलब नहीं है."
फिल्म के बारे में बताते हुए अनुपम खेर बोले, "मैंने जब मनमोहन सिंह को देखा तो उनकी तरह बात करने और चलने का तरीका बड़ा कठिन लगा. ये मेरे लिए बड़ा चैलेंजिग रोल था. यह हमारे देश की राजनीति के लिए बहुत महत्वपूर्ण फिल्म थी, इसलिए मैंने ये फिल्म करने का फैसला किया था."
आगे खेर ने कहा, "बेन किंग्सले ने गांधी का रोल किया तो उन्हें ऑस्कर मिला. मार्गरेट थैचर के रोल के लिए हॉलीवुड एक्ट्रेस मेरिल स्ट्रीप को ऑस्कर मिला. ऐसे में इस फिल्म को भी ऑस्कर के लिए जाना चाहिए लेकिन कुछ लोग इसे बैन करने की बात कर रहे हैं."
अनुपम खेर ने फिल्म को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि 515 फिल्में और 35 साल के करियर में में सबसे कठिन फिल्म है. ये फिल्म ऑस्कर के लिए होनी चाहिए लेकिन इस पर विवाद शुरू हो गया है. आज से 25 साल बाद जब फिल्मों का इतिहास लिखा जाएगा तो इस फिल्म का नाम पहले लिया जाएगा.
बता दें कि महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने फिल्म को लेकर चेतावनी दी है कि रिलीज से पहले उन्हें फिल्म दिखाई जाए. संगठन के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे का कहना था कि फिल्म से विवादित सीन को हटाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो यूथ कांग्रेस देश में कहीं भी फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देगी. बाद में उन्होंने फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग की मांग को वापस ले लिया.