Thursday, November 21, 2024
Follow us on
 
BREAKING NEWS
राज्य सरकार पंचकूला में पत्रकारिता विश्वविधालय स्थापित करने पर गंभीरता से करेगी विचार-विधानसभा अध्यक्ष*भाजपा पंचकूला ने अल्पसंख्यक मोर्चा के 4 मंडल अध्यक्षों की घोषणा कीजन सरोकार दिवस’ रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ता दिन रात एक कर दे - अजय सिंह चौटालानिर्यातक के घर के सामने जमकर प्रदर्शन किया और हर रोज धरना देने का फैसला लिया। कहां की है घटना पढ़िए पूरी खबरअभय सिंह की जीत के बावजूद किसान की करारी हार-- ऐलनाबाद उपचुनाव परिणाम की समीक्षा --- पढ़िए पूरा विश्लेषणमल्टीस्पेशलिटी चेकअप कैंप में 270 लोगों की जांच, 20 आपरेशनविधानसभा अध्यक्ष ने किया अमरटेक्स, इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 में फैक्ट्रियों के मालिकों व श्रमिकों/कर्मचारियों के लिये मैगा कोविशिल्ड वैक्सीनेशन कैंप का उद्घाटन।पेड़-पौधे लगाकर हम धरती माता का श्रृंगार कर सकते हैं: श्रवण गर्ग
 
 
 
International

G-7 का सदस्य नहीं है भारत, फिर भी इस बड़े मंच पर PM मोदी को क्यों मिला बुलावा?

August 25, 2019 10:57 PM

जी-7 दुनिया के सात विकसित देशों का एलीट क्लब है. ये देश दुनिया की अर्थव्यवस्था की चाल और रफ्तार तय करते हैं. जी-7 के देशों का दुनिया की 40 फीसदी जीडीपी पर कब्जा है. हालांकि यहां पर मात्र 10 फीसदी आबादी निवास करती है. भारत इस वीआईपी क्लब का सदस्य नहीं है. लेकिन वैश्विक पटल पर भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि इस सम्मेलन में भारत को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी ही देर में इस बैठक में शिरकत करने फ्रांस के बिआरिट्ज शहर पहुंच रहे हैं.

जी-7 में शामिल देश हैं कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका. 1977 से इस सम्मेलन में यूरोपियन यूनियन भी शामिल होता रहा है.

 

भारत को खास बुलावा

विदेश मंत्रालय ने कहा कि जी-7 में भारत को आमंत्रण दुनिया में एक बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में भारत की पहचान और फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ भारत के प्रधानमंत्री की पर्सनल केमिस्ट्री का सबूत है. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री वातावरण, जलवायु, समुद्री सुरक्षा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर सेशन को संबोधित करेंगे.

बता दें कि इस वक्त फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जी-7 के अध्यक्ष हैं. अध्यक्ष होने के नाते उन्हें गैर सदस्य देशों को इस सम्मेलन में आमंत्रित करने का अधिकार है. जी-7 की अध्यक्षता सदस्य देश करते हैं. हर सदस्य देश बारी-बारी से जी-7 की अध्यक्षता करता है. तीन दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के दौरे पर थे. यहां पर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से उनकी केमिस्ट्री मीडिया में काफी चर्चित रही थी.

दरअसल जी-7 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है, न ही इस संगठन का कोई कानूनी स्वरूप है. जो देश जी-7 का अध्यक्ष होता है, वही इसके कामकाज के लिए जरूरी संसाधन मुहैया कराता है और ग्रुप का एजेंडा तय करता है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस बार के बैठक के लिए आर्थिक और सामाजिक असामनता और लैंगिक असमानता को मुख्य एजेंडा तय किया है.

 
Have something to say? Post your comment
 
More International News
किस्मत हो तो ऐसी* *👉जिस लॉटरी टिकट को लेने से कर रहा था इनकार, उसी से रातोंरात बन गया करोड़पति* WHO की चेतावनी, लॉकडाउन से ढील देने में जल्दबाजी से फिर बढ़ सकता है कोरोना संक्रमण
---मैटरहॉर्न पर्वत पर एक हजार मीटर का तिरंगा बनाकर स्विट्जरलैंड ने भारत की एकजुटता की यूं तारीफ
---डोनाल्ड ट्रंप की चीन को खुली चेतावनी, संक्रमण फैलाने के परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं
---करतारपुर साहिब में तेज हवाओं से गुरुद्वारे के गुंबद क्षतिग्रस्त, इमरान सरकार पर खड़े हुए सवाल
---COVID 19: धार्मिक नेता के जनाजे में शामिल हुए 50,000 लोग, तस्लीमा नसरीन ने कहा-सरकार बेवकूफ है
ट्रंप ने ट्वीट कर किया बड़ा ऐलान, बगदादी के बाद उसका उत्तराधिकारी भी ढेर
UAE ने अंतरिक्ष में अपना पहला एस्ट्रोनॉट भेजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- हमें प्रेरणा मिली
भूकंप से पाकिस्तान और PoK में भारी तबाही, 19 लोगों की मौत, 300 घायल
PAK को ट्रंप ने दिया झटका, इमरान के सामने कहा- भारत से रिश्ते अच्छे