श्रीलंका के कई इलाकों में ईस्टर के दौरान 8 बम धमाके हुए हैं. धमाका तीन चर्च और 4 होटल में हुआ है. घटना में मरने वाला का आंकड़ा बढ़कर 215 पहुंच चुका है. वहीं ताजा आंकड़ों के मुताबिक घायलों की तादाद भी 500 से ज्यादा बताई जा रही है. मरने वालों में 35 विदेशी हैं. पुलिस ने कहा कि कोलंबो में सेंट एंथनी चर्च, नौगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोबा में एक चर्च को निशाना बनाया गया. इसके अलावा होटल शांग्री-ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी में भी धमाका हुआ है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्ववीट कर कि मैंने अभी श्रीलंका के विदेश मंत्री तिलक मरपाना से बात की है. उन्होंने घटना की पुष्टि की है. सुषमा स्वराज के मुताबिक, कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने जानकारी दी है कि नेशनल हॉस्पिटल ने उन्हें रविवार को हुए बम धमाकों में तीन भारतीय नागरिकों की मृत्यु के बारे में सूचित किया है. मृतक भारतीयों का नाम लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश बताया जा रहा है.
विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने श्रीलंका के विदेश मंत्री को भरोसा दिलाया है कि भारत हर तरह की मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है. यदि जरूरत पड़ी तो हम अपनी मेडिकल टीमों को भी भेजने के लिए तैयार हैं.
बता दें कि रविवार शाम से पहले ही देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है जो अगले आदेश तक जारी रहेगा. साथ ही सुरक्षा बलों को अगले 10 दिनों तक हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है. वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि आत्मघाती हमलावर द्वारा दो चर्चों में विस्फोट किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए लोगों में 35 विदेशी नागरिक शामिल हैं, लेकिन फिलहाल उनकी नागरिकता का पता नहीं चल पाया है. मामले में सात आरोपियों की गिरफ्तारी की बात सामने आई है.
श्रीलंका के पीएम ने की निंदा
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघेने कहा कि मैं आज हमारे लोगों पर कायरतापूर्ण हमलों की कड़ी निंदा करता हूं. मैं इस दुखद समय में सभी श्रीलंकाई लोगों को एकजुट और मजबूत रहने का आह्वान करता हूं. कृपया अटकलों के प्रचार से बचें. सरकार इस स्थिति को रोकने के लिए तत्काल कदम उठा रही है.
धमाके में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपात बैठक बुलाई है. श्रीलंका के इकोनॉमिक रिफॉर्म्स एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन मिनिस्टर हर्षा डिसिल्वा ने कहा कि भयानक दृश्य. आपातकालीन दल पूरी ताकत से सभी स्थानों पर हैं. हम कई घायलों को अस्पताल ले गए. उम्मीद है कि कई लोगों की जान बच गई होगी. वहीं सेना ने 200 सैनिकों को इलाके में तैनात कर दिया है.