अग्रजन पत्रिका- सत्यनारायण गुप्ता-
भिवानी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य स्तरीय योग दिवस समारोह के माध्यम से प्रदेशभर के युवाओं से किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि हमें औषधीय पौधे लगाने चाहिए ताकि पर्यावरण संरक्षरण के साथ-साथ हम अपने घर पर भी उसे बीमारियों से उपचार के लिए प्रयोग कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को आगे बढ़ाने के लिए पहली से 12वीं तक स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिससे विधार्थी बचपन से योग की महता के बारे में जान सकें और उसको जीवन में धारण कर सकें। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग के प्रदेशभर के 337 आयुष हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मंगलवार को आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भिवानी के भीम स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय योग समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नशे का प्रचलन समाज के लिए घातक ही नहीं बल्कि नासूर बनता जा रहा है। इसलिए युवाओं को योग दिवस पर नशे से दूर रहने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे पर्यावरण को हराभरा बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करें। इसके साथ-साथ औषधीय पौधे भी लगाएं जिनको घर में दवा के रूप में प्रयोग में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के साथ-साथ उनका तीन साल तक संरक्षण करना भी अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व योग दिवस के पावन अवसर पर प्रत्येक नागरिक को प्रतिदिन योग करने का संकल्प लेना चाहिए। योग से मनुष्य का शरीर पूर्ण रूप से स्वस्थ रहता है और वह दीर्घायु होता है। उन्होंने कहा कि योग को आगे बढ़ाने के लिए पहली से 12वीं तक स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिससे विधार्थी आसानी से अपना कर लाभांवित हो सके। इससे योग शिक्षक एवं स्वयं सेवक भी तैयार हो सकेंगे। कॉलेज स्तर पर युवा आयुष की डिग्री भी ले सकेंगे। इसके लिए जिला झज्जर के गांव देवरखाना में स्नातकोतर योग, प्राकृतिक चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा पंचकुला में आयुष का एम्स भी बनाया जा रहा है, जिसका भवन शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य को अगर स्वस्थ रहना है तो जीवन में योग को अवश्य ही अपनाना होगा। योग से शरीर स्वस्थ ही नहीं रहता बल्कि कई बीमारियों से भी निजात पाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने योग दिवस कार्यक्रम में स्वयं भी योगासन की क्रियाएं की और हजारों-हजारों की संख्या में मौजूद युवाओं को योग के प्रति प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग के अपनाने से बीमारियों से मुक्ति मिलेगी और स्वास्थ्य विभाग का खर्च भी बचेगा, जिसे अन्य कार्यो पर खर्च किया जा सकेगा। इसके लिए सरकार की और से 1000 योगशालाएं एवं व्यायामशालाएं खोली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि योग दिवस को निरोग दिवस के रूप में मनाएं और इन्हे केवल आसन न समझें बल्कि दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच हजार साल पहले ऋषि-मुनियों ने योग साधन को अपनाया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में योग को अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता प्राप्त करने का प्रस्ताव रखा था, जिसका 177 देशों ने समर्थन किया। अब विश्व के 200 से अधिक देशों ने योग को मान्यता दी है और वहां पर योग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने योग गुरू बाबा रामदेव का भी आभार जताया, जिन्होंने आमजन में योग के प्रति जागरूकता लाने का काम किया।