मोहाली, निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से मोहाली ब्रांच के 23 वे रक्त दान शिविर का आयोजन सन्त निरंकारी सत्संग भवन फेस 6 में किया गया। कोरोना महामारी के दौरान आयोजित इस शिविर में कुल 112 निरंकारी श्रद्धालुओं जिस मे 34 महिलाएं भी शामिल थी ने रक्तदान किया।
रक्तदान शिविर का उदघाटन डॉ रत्ती राम शर्मा जी , प्रोफेसर एंड हैड डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन,पीजीआईएमा इआर, चंडीगढ़ ने अपने कर कमलों द्वारा किया। इस अवसर पर रक्तदाताओं का हौंसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि निरंकारी मिशन के अतुल्य योगदान के कोराना काल में भी ब्लड बैंक में ब्लड कोई कमी नहीं आई । मिशन के श्रद्धालु निरंतर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की रहनुमाई में दूसरों के लिए जीवन जीकर मानवता के लिए नई मिसाल कायम कर रहे हैं। इस दौरान थैलेसीमिया और कैंसर के मरीजों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए लगाए गए शिविर वरदान साबित हुए।
संत निरंकारी सेवादल के चंडीगढ़ क्षेत्र के क्षेत्रीयसंचालक श्री आत्म प्रकाश जी ने डॉ रत्ती राम शर्मा जी का अभिनन्दन किया और कहा कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं के कारण ही निरंकारी श्रद्धालु भक्त मानवता के भले के लिए सदैव सेवा में ततपर रहते हैं।रक्तदान को भी सेवा समझ कर करते हैं।
मोहाली ब्रांच की संयोजक बहन डॉ जे0के0चीमा जी ने बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के वचन"मानव रक्त नालियों में नही नाडियों में बहना चाहिए" को निरंकारी श्रद्धालुओं ने अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया है। श्रदालु भक्त सदैव यही प्रण लेते है कि जीते जी उनके जीवन का हर क्षण किसी के काम आ जाये। सही मायनों में मानवीय मूल्यों का रक्तदान एक श्रेष्टम उदाहरण है। उन्होंने मुख्यातिथि डॉ रत्ती राम शर्मा जी, डॉ सुचेत सचदेव जी , डा. अमरीक सिंह चीमा जी तथा पीजीआई के डॉ सीरत के नेतृत्व में आई 12 सदस्यीय टीम , स्थानीय प्रशासन व सभी रक्तदाताओं संत निरंकारी सेवादल के सभी सदस्यों का शुक्राना किया तथा सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज से सभी के स्वास्थ्य की कामना की।