शुक्र आज 3 तारीख को अपनी राशि बदल ली हैं ओर मीन राशि मे आ गये हैं जो शुक्र की उच्च राशि हैं
शुक्र का मीन राशि में गोचर उच्च राशि के प्रभाव देता है।जीवन में सुखों का प्रदाता और प्रेम को बढ़ाने वाला शुक्र ग्रह 3 फरवरी, सोमवार की सुबह 02:13 बजे कुम्भ राशि से निकलकर देव गुरु बृहस्पति के स्वामित्व वाली मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं।
शुक्र को जीवन में सुख सुविधा प्रदान करने वाला मुख्य ग्रह माना गया है। शुक्र के प्रभाव से जीवन में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं की बढ़ोतरी होती है और व्यक्ति अपने जीवन में राज योग भोगता है। प्रेमियों के लिए भी शुक्र देव बेहद अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में शुक्र का अपनी उच्च राशि मीन में गोचर करना कई जातकों के लिए वरदान साबित होने वाला है।जानते है शुक्र किसे क्या देगा पंडित कृषण मेहता से-----:::
शुक्र देंगे प्रेमियों को वैलेंटाइन डे उपहार----
इस बदलाव के चलते वैलेंटाइन डे पर कई राशि के जातक अपने प्रियतम संग प्रेम के इस दिवस का आनंद लेते दिखाई देंगे। आपकी सभी सुंदर परियोजनाएँ सही कर्म में होंगी। ऐसे में आप अपने साथी या प्रेमी को खुश करने के लिए उन्हें खाने के लिए बाहर लेकर जा सकते हैं क्योंकि आपका साथी आपको इस विशेष दिन बेहद ख़ास अनुभव कराएगा। इस समय अगर आपको उनके हर वक़्त फ़ोन में लगे रहने से दिक्कत महसूस होती थी तो आपकी ये शिकायत भी इस दौरान दूर होगी। कुल मिलाकर कहें तो शुक्र का मीन में गोचर प्रेमियों के लिए सोने पर सुहागे का कार्य करेगा।
शुक्र गोचर का समय----
जीवन में सुखों का प्रदाता और प्रेम को बढ़ाने वाला शुक्र ग्रह 3 फरवरी, सोमवार की सुबह 02:13 बजे कुम्भ राशि से निकलकर देव गुरु बृहस्पति के स्वामित्व वाली मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं ।वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र के गोचर की अवधि काफी महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इसके शुभ प्रभाव से अनेक प्रकार के शुभ कार्य संपन्न होते हैं। मीन राशि में शुक्र के गोचर का प्रभाव सभी बारह राशियों पर देखने को मिलेगा क्योंकि यह शुक्र की उच्च राशि है।
तो आईये पंडित कृषण मेहता से जानते हैं कि शुक्र के मीन राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर कैसा प्रभाव पड़ने की संभावना है:
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है।
मेष राशि----
आपके लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर की अवधि में आपके बारहवें भाव में विराजमान हो जाएंगे। इसके परिणाम स्वरूप आपके खर्चों में एकाएक वृद्धि होने लगेगी, जिसका असर आपकी आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा, लेकिन यह खर्चे आपकी सुख सुविधाओं को बढ़ाने वाले होंगे और आपको खुशी देंगे, जिससे आप आसानी से इस खर्च को वहन कर पाएंगे। आप की आमदनी भी बढ़ेगी आपके व्यापार में विदेशी संपर्कों का आपको लाभ हासिल होगा और धन निवेश के लिए भी यह समय काफी उन्नति दायक साबित होगा। आपको व्यसनों से बचने का प्रयास करना चाहिए। कुछ लोगों को व्यापार के सिलसिले में विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। इसके अलग कुछ ऐसे लोग, जिनका विवाह होने वाला है, उन्हें विवाह के बाद विदेश जाने की संभावना बनेगी। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा क्योंकि अति व्यस्त दिनचर्या और अनियमित खान-पान के कारण आपको स्वास्थ्य कष्ट हो सकते हैं। यह समय धन निवेश करने के लिए अनुकूल रहेगा।
उपायः प्रत्येक शुक्रवार के दिन किसी धार्मिक स्थान पर मिश्री का दान करें।
वृषभ राशि-----
शुक्र देव आपकी राशि के स्वामी हैं यानि कि आप के पहले भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आप के छठे भाव के स्वामी भी हैं। मीन राशि में शुक्र देव के इस गोचर की अवधि में वे आप के ग्यारहवें भाव में जाएंगे, जिसकी वजह से आपकी आमदनी में जबरदस्त इजाफा होगा। आपकी मनोनुकूल इच्छाएं पूरी होंगी और आपको खुशी मिलेगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और पुरानी चली आ रही किसी बीमारी से मुक्ति मिलेगी। इस दौरान आपकी मित्र मंडली में इजाफा होगा। प्रेम संबंध के मामलों में यह गोचर काफी अनुकूल साबित होगा और आपके प्रेम जीवन को प्रेम से सराबोर कर देगा। आप अपने प्रियतम के साथ बेहतरीन पलों का आनंद लेंगे और आपको खुशी का एहसास होगा। आपकी शिक्षा में वृद्धि होगी और नौकरी के क्षेत्र में भी आपको इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। व्यापार में लाभ होने से आप काफी प्रसन्नता महसूस करेंगे।
उपायः आपको शुक्रवार के दिन अरंड मूल धारण करनी चाहिए।
मिथुन राशि-----
मिथुन राशि के स्वामी बुध शुक्र के परम मित्र हैं। आपकी राशि के लिए शुक्र देव पाँचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं तथा गोचर की इस अवधि में आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपके परिवार में सुख शांति की बयार बहेगी। परिवार में ख़ुशियाँ आएँगी। परिवार के लोग कोई नया वाहन खरीदने का विचार करेंगे, जिसमें उन्हें सफलता हासिल होगी। लोगों के बीच प्रेम बढ़ेगा। यदि कार्य क्षेत्र की बात की जाए तो उसमें आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे, लेकिन आप अति आत्मविश्वास के शिकार हो सकते हैं, जिसकी वजह से आपका काम बिगड़ सकता है, इसलिए से बचने का प्रयास करें। आपकी वाणी में मिठास बढ़ेगी और लोग आपके प्रति आकर्षित होंगे, जिससे आप का दबदबा बढ़ेगा। अपनी विद्या के बल पर आप अपने कार्य क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और इस सिलसिले में की गई यात्राएं भी आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होंगी। बेवजह की बातों से अपना मन अलग रखें, नहीं तो काम में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
उपायः श्री दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करें।
कर्क राशि-----
आपकी राशि के लिए शुक्र देव चौथे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर गोचर की इस अवधि में आपके नौवें भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको लंबी यात्राओं पर जाने का मौका मिलेगा। यह यात्राएं आपके सुख और आनंद में वृद्धि करेंगी। आप परिवार के लोगों के साथ या ऑफिस के सहकर्मियों के साथ किसी पिकनिक पर अच्छे रमणीक स्थान पर घूमने जा सकते हैं। आपके मान और सम्मान में बढ़ोतरी होगी। आपकी आमदनी भी बढ़ेगी और लोगों के बीच आपकी पूछ बढ़ेगी। कुछ लोगों को इस दौरान सुदूर स्थान पर जाकर प्रॉपर्टी का लाभ मिलेगा, यानि कि अपने जन्म स्थान से दूर कुछ लोग प्रॉपर्टी बना पाएंगे। इसके अतिरिक्त व्यापार के सिलसिले में आपको जबरदस्त लाभ होने के भी योग बनेंगे ।
उपायः शुक्रवार के दिन चीनी दान में दें।
सिंह राशि------
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और मीन राशि में गोचर करते हुए आपके आठवें भाव में प्रवेश करेंगे, जिसकी वजह से आपको कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने साथ काम करने वाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा, अन्यथा आपको अपने पद से विमुक्त किया जा सकता है। इस दौरान अनचाहे ट्रांसफर के भी योग बन सकते हैं। गुप्त सुखों को भोगने की लालसा जागेगी, जिसकी वजह से आप काफी धन भी खर्च करेंगे। हालांकि मर्यादित आचरण करना ही बेहतर रहेगा। भाई बहनों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यात्राओं में बेवजह का तनाव और खर्चे आपको परेशान करेंगे। अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान आपको इस दौरान रखना चाहिए।
उपायः आप को शुक्रवार के दिन गौमाता को आटे की लोई अपने हाथ से खिलानी चाहिए।
कन्या राशि-------
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी होने के बाद गोचर की इस अवधि में आप के सातवें भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको अपने दांपत्य जीवन में अनेक सुखों का लाभ मिलेगा आप उत्तम दांपत्य जीवन का सुख भोगेंगे। आपका जीवन साथी आपके लिए लाभ का माध्यम भी बनेगा और आपको इच्छित सुख प्रदान करेगा। आप दोनों के बीच संबंध बेहतर बनेंगे और परिवार को आगे बढ़ाने की दिशा में प्रयत्न करेंगे। व्यापार के सिलसिले में इस दौरान आपको जबरदस्त लाभ होने के योग बन रहे हैं, इसलिए इस अवसर का पूरा लाभ उठाएं। यात्राओं से आपको लाभ मिलेगा। मान व सम्मान की बढ़ोतरी होगी और जनता की नजर में आपकी छवि बेहतर बनेगी। अपने संचित धन को व्यवसाय में निवेश कर सकते हैं। मानसिक रूप से आप काफी मजबूत रहेंगे और लोगों के प्रति स्नेह की भावना आपके मन में रहेगी, जिससे आप लोगों के प्रिय बनेंगे ।
उपायः शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की उपासना करनी चाहिए।
तुला राशि-------
आपकी राशि के स्वामी शुक्र देव हैं। अर्थात आप के प्रथम भाव के साथ-साथ आपके अष्टम भाव के स्वामी शुक्र देव अपने मीन राशि में गोचर की समय अवधि में आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे, जिसकी वजह से आपके खर्चों में यकायक वृद्धि होगी और यह आपकी जेब पर काफी भारी पड़ सकती है, इसलिए आपको काफी सोच समझकर अपना बजट प्लान करना होगा। स्वास्थ्य के मामले में यह समय बेहतर नहीं रहेगा और आपको अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि आपको इस दौरान असंतुलित दिनचर्या के चलते या व्यर्थ खान पान के चलते स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। ये परेशानियाँ लंबे समय तक चल सकती हैं। धन हानि होने की संभावना रहेगी लेकिन इस दौरान यदि आपका कोई कर्ज़ है तो वह चुकता हो जाएगा, जिससे आपको आर्थिक रूप से कमज़ोरी तो होगी, लेकिन राहत की सांस भी मिलेगी। कार्य क्षेत्र में यह समय आँख और कान खोल कर अपने काम पर फोकस करने का है, तभी आपको अच्छे नतीजे हासिल होंगे। इस समय को बेहतर बनाने के लिए आपको एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा और खूब मेहनत करनी पड़ेगी ।
उपायः आपको उत्तम गुणवत्ता का ओपल रत्न शुक्रवार के दिन चाँदी की अंगूठी में अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।
वृश्चिक राशि--------
आपकी राशि के लिए शुक्र देव सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं तथा गोचर की इस अवधि में आप के पांचवे भाव में गोचर करेंगे, जिसकी वजह से आपके प्रेम संबंधों में खुशबू बिखर जाएगी और आपका प्रेम जीवन काफी मजबूती से आगे बढ़ेगा। आप और आपके प्रियतम के बीच की सभी ग़लतफहमियाँ दूर हो जाएंगी और आप प्रेम के बंधन में बंध कर अपने जीवन को एक खुशनुमा राह पर आगे बढ़ाएंगे। इस दौरान आपकी शिक्षा में आपको बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे और आपकी गणना विद्वानों में होगी। अपनी क्रिएटिविटी के कारण आपको सब की प्रशंसा मिलेगी और आपका धन बढ़ेगा। अर्थात् प्रचुर धन लाभ के योग बनेंगे। दोस्तों और विपरीत लिंगी जातको में आप खासे लोकप्रिय हो जाएंगे और आपके सोशल सर्किल में इजाफा होगा। इस समय में आप कोई क्रिएटिव काम करेंगे, जिससे आपको प्रसिद्धि भी प्राप्त होगी। कुछ भाग्यशाली लोगों को इस दौरान संतान प्राप्ति के योग भी बनेंगे। व्यापार के सिलसिले में लाभ प्राप्ति का अवसर आपको अवश्य मिलेगा।
उपायः शुक्रवार को लौंग वाला पान माता महालक्ष्मी को अर्पित करें।
धनु राशि--------
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज छठे भाव के साथ-साथ ग्यारहवें भाव के स्वामी भी होते हैं और गोचर की इस अवधि में वे आप के चौथे भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे परिवार में खुशियाँ आएँगी। कोई अच्छा समारोह या फिर कोई फंक्शन या शुभ कार्य आपके घर में संपन्न होगा, जिसमें अतिथियों के आगमन से घर में हर्ष और उल्लास की स्थिति बनेगी। मेहमानों का आगमन होगा जिसकी वजह से परिवार में नई चेतना और लोगों में एक दूसरे के प्रति स्नेह की भावना बढ़ेगी। कार्य क्षेत्र में भी आपको उत्तम नतीजे प्राप्त होंगे। आपके काम में आपको प्रशंसा मिलेगी और आपकी सुख भोगने की प्रवृत्ति बढ़ जाएगी। आपको अनेक प्रकार के सुख मिलेंगे। इस दौरान परिवार में कोई नया वाहन आ सकता है और अपने घर को सजाने संवारने पर भी आप खासा ध्यान देंगे।
उपायः शुक्रवार के दिन किसी महिला पुजारी को श्रृंगार की सामग्री भेंट करें।
मकर राशि---------
आपकी राशि के लिए शुक्र देव पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और इस प्रकार आपके लिए ये एक योगकारक ग्रह हैं। गोचर की इस अवधि में यह आपके तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे, जिसकी वजह से आपको अनेक सुखद यात्राओं पर जाना पड़ेगा। गोचर की इस अवधि में आप मौज मस्ती के लिए या मित्रों के साथ घूमने करने के प्लान बनाएँगे, जिससे आपको खूब खुशी का अनुभव होगा और अपने आप को ऊर्जावान महसूस करेंगे। इस दौरान यात्राओं से आपको कुछ नए संपर्क जुड़ेंगे, जो भविष्य में आपके काम आएँगे। प्रेम जीवन में वृद्धि होगी। यदि आप अभी तक सिंगल हैं, तो आपके जीवन में कोई खास व्यक्ति आ सकता है, जिससे आपको प्रेम हो जायेगा। यदि आप विवाहित हैं तो आपकी संतान को इस दौरान प्रगति मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में भी यह गोचर आपके लिए काफी अनुकूल रहेगा। कार्यस्थल पर अपने सहकर्मियों से आप यदि अपने व्यवहार को बेहतर बनाएँगे तो उससे आपको उनका सहयोग भी समय समय पर मिलता रहेगा और आप तरक्की की राह पर आगे बढ़ेंगे।
उपायः भगवान श्री गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वांकुर (दूब घास) चढ़ाएँ।
कुंभ राशि---------
आपकी राशि के लिए शुक्र देव आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी होकर योगकारक ग्रह हैं और आपके दूसरे भाव में गोचर की अवधि में विराजमान होंगे। इस गोचर के फल स्वरूप आपको अनेक अच्छे नतीजे मिलेंगे। आप अच्छे भोजन का आनंद लेंगे और स्वादिष्ट व्यंजनों का जी भर कर मजा लेंगे। कोई सुख शांति पूर्ण काम होगा, जिससे घर में रौनक लौट आएगी। इस दौरान भाग्य का आपको पूरा साथ मिलेगा और आपकी योजनाएं आपको धन प्रदान करेंगी। धन संचित करने में भी आपको इस दौरान सफलता मिलेगी और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह समय आपको सामाजिक और आर्थिक तौर पर काफी समृद्ध बनाएगा। इसके अतिरिक्त परिवार के लोगों से भी आपको लाभ होगा और कोई प्रॉपर्टी या फिर वाहन से आपको उत्तम प्रकृति के लाभ के योग बनेंगे। इस प्रकार यह गोचर आपके लिए काफी अनुकूल साबित होगा और आपकी भाग्य वृद्धि के साथ-साथ मान सम्मान में भी बढ़ोतरी लेकर आएगा।
उपायः आपको शुक्रवार के दिन घर की स्त्रियों को कोई सफ़ेद मिठाई खिलानी चाहिए।
मीन राशि-------
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और गोचर की इस अवधि में आप के प्रथम भाव में विराजमान होंगे। इन दोनों ही भावों के स्वामी होने से आपको शारीरिक तौर पर कुछ परेशानियां झेलनी पड़ेंगी और आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना होगा। वहीं अचानक से धन लाभ के योग भी बनेंगे और आपका मन किसी प्रकार के शोध या छुपी हुई बातों को जानने में होगा। आप अपने किसी टैलेंट को समाज के सामने लेकर आएँगे, जिससे आपको मान सम्मान मिलेगा। इस दौरान आपके भाई बहनों से आपको अच्छे लाभ मिलेंगे और वे हर काम में आपके साथ खड़े नजर आएँगे। दांपत्य जीवन के लिहाज से यह समय काफी अनुकूल रहेगा और आप और आपके जीवनसाथी के मध्य प्रेम बढ़ेगा, जिससे आपको दांपत्य सुख की प्राप्ति होगी और व्यापार के सिलसिले में भी लाभ मिलेगा। इसका सबसे अच्छा लाभ यह होगा कि आपके व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ेगा और लोग आपके प्रति आकर्षित होंगे, जिससे आपको उनकी नजर में अपने आप को सिद्ध करने का मौका मिलेगा।
उपायः आपको दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए और मां दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करने चाहिए।