चंडीगढ़-- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता-चंडीगढ़ के स्कूलों और कॉलेजों में विरासत जागरूकता और संवेदनशीलता के लिए आर्किटेक्चर म्यूजियम द्वारा कई प्रयास किए गए हैं।प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा की अध्यक्षता में आज हुई हैरिटेज कमेटी की बैठक में यह जानकारी दी गई। ली कार्बूज़ियर सेंटर की निदेशक दीपिका गांधी द्वारा दी गई प्रस्तिति में स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को शहर की विरासत के साथ जोड़ने की के प्रयासों व इसकी आवश्यकता के संबंध में जानकारी दी गई। इस दिशा में आर्किटेक्चर म्यूजियम द्वारा पिछले लम्बे समय से किए गए प्रयास के संबंध में बताया गया।
उन्होंने बताया कि वास्तुकला संग्रहालयों के आउटरीच और शिक्षा कार्यक्रम के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप कई निजी स्कूलों ने संग्रहालयों और कैपिटल कॉम्प्लेक्स के साथ नियमित रूप से जुड़ना शुरू कर दिया है। उनका कहना था कि अब सरकारी स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को समान अवसर दिए जाने की आवश्यकता है।सलाहकार ने चंडीगढ़ के आर्किटेक्चर म्यूजियम और कैपिटल कॉम्प्लेक्स में छात्रों की शैक्षिक यात्राओं को फिर से शुरू करने और विरासत की सैर के लिए एक कार्यक्रम तैयार करने के लिए शिक्षा सचिव को निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि यह एक स्वागत योग्य कदम होगा क्योंकि शिक्षा विभाग पहले से ही छात्रों के लिए भ्रमण की योजना बना रहा है।बैठक में यह भी तय किया गया कि चंडीगढ़ और रॉक गार्डन पर दीपिका गांधी द्वारा लिखित पुस्तकों को सह पाठयक्रम गतिविधियों के एक हिस्से के रूप में सरकारी स्कूलों में रखा जाये। यह सिलसिला कुछ समय पहले बंद कर दिया गया था । अभ इन्हें स्कूलों पुस्तकालयों के लिए दिया जायेगा और छात्रों को पुरस्कार के रूप में वितरित किया जाएगा।बैठक में डॉ. बीएन गोस्वामी ने सुझाव दिया कि छात्रों और नागरिकों के लिए आकर्षक और सूचनात्मक तरीके से शहर के विभिन्न पहलुओं के बारे में लिखने के लिए उच्च कैलिबर लेखकों का एक पैनल बनाया जाए। उन्होंने सभी महान शहरों की तर्ज पर चंडीगढ़ के लिए एक गाने के निर्माण की भी सिफारिश की। प्रोफेसर रजनीश वत्स ने नागरिकों और पर्यटकों को शिक्षित करने के लिए शहर के प्रमुख मार्गों और स्थलों के साथ मार्करों और सूचना पट्टिकाओं के निर्माण का सुझाव दिया। उन्होंने शहर के विभिन्न पहलुओं पर लघु फिल्में बनाने के महत्व पर भी जोर दिया जो छात्रों और नागरिकों के लिए एक दृश्य पुस्तकालय हो सकता है।इंटक़ के संयोजक वी के कपूर ने कहा कि इंटक छात्रों के बीच विरासत का प्रसार करने के लिए प्रतिबद्ध है और पहले से ही शॉर्ट मूवी बनाने और हेरिटेज वॉक और हेरिटेज क्विज़ आयोजित करने के लिए कार्यशाला आयोजित कर रहा है।
दिपिका गांधी ने चंडीगढ़ ने प्रशासन से अनुरोध किया कि उन्हें सरकारी स्कूलों का भागीदारी के लिए सहायता प्रदान करें। विशेषज्ञों के सुझावों पर सहमति जताते हुए और विभिन्न विभागों को निर्देश दिए गए व इन ठोस कदमों से छात्रों में जागरूकता बढ़ेगी और शहर के साथ सकारात्मक जुड़ाव होगा।
बैठक में डॉ.बी एन गोस्वामी, प्रोफेसर रजनीश वत्स, शिक्षासचिव एल शर्मा, सचिव संस्कृति वि़नोद कावले व प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।