चंडीगढ़ -- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता-- चंडीगढ़ में 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए फ्रांस सरकार से लिया जाने वाला कर्ज के संबंध में आज फ्रांस की कम्पनी के प्रतिनिधियों से परियोजना के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई।
चंडीगढ पहुंचे कम्पनी के दो प्रतिनिधियों ने इस की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट(डीपीअर) पर चर्चा की टीम का स्वागत निगमायुक्त केके यादव ने किया। उन्हें स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट निदेशक एनपी शर्मा ने डीपीआर के संबंध में जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के लिए फ्रांस की कम्पनी से 444 करोड़ की साफ्ट ऋण मिलना है। इस ऋण को वर्ष 2027 में शहर को चौब्बीस घण्टे पानी की सुविधा मिलने के बाद ही पानी के रेट बढ़ाए जाएंगे ताकि इसकी भरपाई की जा सके। आज कम््पनी के प्रतिनिधियों ने ऋण की भरपाई के संबंध में बी अधिकारियों से चर्चा की।
बताया जाता है कि कम्पनी ने यह जानकारी मांगी कि इस परियोजना का निर्माण किस एजंसी द्वारा कराया जदायेगा व निर्माण के बाद इसका रखरखाव कौन करेगा। 2027 के बाद 2 प्रतिशत सालाना ब्याज के साथ कर्ज लौटना होगा। निगम ने इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी को देने की बजाय खुद ही चलाने का निर्णय किया है। बताया जाता है कि कम्पनी के प्रतिनिधियों ने डीपीआर के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत रुप से चर्चा की।
प्रशासन ने शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के लिए फ्रांस सरकार को रिपोर्ट सौंपकर 550 करोड़ रुपये मांगें थे, लेकिन कम्पनी 444 करोड़ रुपये देगी। कम्पनी के प्रतिनिधियों को बताया गयाकि 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार हो चुका है। प्रोजेक्ट के लिए शहर की पूरी वाटर स्पलाई पाइप लाइन को बदला जाएगा और ओवरहेड टैंकों का शहर में निर्माण किया जाएगा।
संबंधित अधिकारी का कहना था कि बैठक कल भी जारी रहेगी जिसमें निगमायुक्त जडीपीआर की विस्तृत जानकारी देंगे।