अम्बाला, 25 नवम्बर:- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज सोमवार को अपने निवास स्थान पर डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह द्वारा लिखे सामाजिक सोंग की ऑडियो सीडी को लांच किया हैं। इससे पहले भी फाना और पराली प्रबन्धन को लेकर लिखे ऑडियों सोंग की सीडी गृह मंत्री लांच कर चूके हैं। विज ने कहा कि सामाजिक सरोकार के मुद्दे पर सोंग लिखना एक बेहतरीन कला हैं। लिखे गए गानों को कंठवद्घ करके आमजन को पहुंचाना बहुत अच्छा प्रयास हैं। उन्होनें लेखक को बधाई देते हुए कहा कि समाज और राष्टï्र सेवा के इस को निरन्तरता में आगे बढ़ाने की जरूरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फाना व पराली प्रबन्धन को लेकर लिखा गया सोंग भी बहुत ही सराहनीय रहा था।
इस सन्दर्भ में डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह ने बताया कि वह समाज और राष्टï्र सेवा के दर्जनों सोंग लिख चूके हैं। जिनमें सर्जीकल स्ट्राईक, कर्जा बुरी बीमारी, ब्याज, अन्ना की उपलब्धि, धरोहर, सरकार गजब की आई, चिन्तन, ग्राम उदय से भारत उदय, दारा सिंह का व्यक्त्तिव, बेटियां, लोक तंत्र में मत का महत्व, चित्र और चरित्र, पत्ते का पता, गवादर बन्दगाह, आवाज फाईनल, मतदान, विकास गीत हरियाणवी, राजपूत, भाई-चारा इत्यादि सोंग शामिल हैं। कई ऐसे हरियाणवी गाने ऐसे हैं जो पाईंप लाईन में हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में लिखे गए गाने करनाल और करूक्षेत्र पोस्टिंग के दौरान पीएम कार्यालय को ई-मेल के द्वारा भेजे गए।
करनाल में पोस्टिंग के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सम्मान में लिखे गए गानों को एक पैन ड्राईव एडीआरआई करनाल में आयोजित मानवाधिकार आयोग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को भेंट की जा चूकी हैं। फाना प्रबन्धन विषय को लेकर सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के दृष्टिïगत लिखे सोंग को कुरूक्षेत्र पोस्टिंग के दौरान तत्कालीन उपायुक्त कुरूक्षेत्र एसएस फुलिया द्वारा लांच किया गया था। मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए लोकसभा चुनाव में अम्बाला की तत्कालीन उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने भी एक ऑडियो सीडी लांच की थी, जबकि विधानसभा चुनाव में वर्तमान उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा के करकमलों द्वारा मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए एक ऑडियो सीडी लंाच करवाई गई थी। इसे मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भी भेजा गया था। उन्होनें कहा कि लिखने का सिलसिला अभी भी जारी हैं। जन आर्शीवाद से लिखने के कार्य को समाज सेवा को समर्पित करते हुए और आगे बढ़ाया जा रहा हैं। प्रथम कविता 10 कक्षा के दौरान लिखी गई थी, जिसके बोल थे भारत वीरों की धरती हैं-अपमान नहीं सह सकती हैं, जिस देश के वीर बांकुरें हों-वो चुप कैसे रह सकते हैं।