चण्डीगढ़, 5 नवम्बर- हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि सरकार एसवाईएल के माध्यम से रावी ब्यास के अतिरिक्त पानी में से हमारा जायज़ हिस्सा हरियाणा में शीघ्र ही लाने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
राज्यपाल आज यहां आयोजित 14वीं हरियाणा विधान सभा के दूसरे दिन नव-निर्वाचित विधायकों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हांसी-बुटाना बहुउद्देश्यीय लिंक चैनल के शीघ्र परिचालन के लिए सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मामले की मुस्तैदी से पैरवी करेगी। यमुना व इसकी सहायक नदियों पर रेणुका, किशाऊ और लखवाड़ व्यासी नामक तीन बड़े भण्डारण बांधों का निर्माण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि अन्तर्राज्यीय अनुमतियां मिलने के बाद राज्य सरकार द्वारा शिवालिक की निचली पहाडिय़ों में 12 भण्डारण बांधों का निर्माण किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि पानी की आपूर्ति बढ़ाने के उद्देश्य से वर्तमान सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से ट्रीटेड वेस्ट वॉटर का दोबारा इस्तेमाल चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल शक्ति अभियान में तीव्रता लाकर ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में जल संरक्षण उपायों पर बल देगी। हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में तालाबों को गहरा करने और उनके पुनरूत्थान पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूमिगत जल के रिचार्ज के लिये छतों पर जल संचयन ढांचे और सोख्ता गड्डे स्थापित करने के प्रयासों में तीव्रता लाई जाएगी।