चण्डीगढ़, 5 नवम्बर- हरियाणा में पशु पालकों को उच्च कोटि के पशु पालने के लिए प्रोत्साहित करने तथा पशु पालन की आधुनिक पद्धतियों और डेयरी उपकरणों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये राज्य सरकार द्वारा जिला स्तर पर पशु प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी।
हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आज यहां आयोजित 14वीं हरियाणा विधान सभा के दूसरे दिन नव-निर्वाचित विधायकों को सम्बोधित हुए यह जानकारी दी।
राज्य के किसानों को उनकी फसलों का लाभदायक मूल्य सुनिश्चित की राज्य सरकार की योजना का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि फसलों का लाभदायक मूल्य सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा की देशभर में अनूठी पहचान है। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों ने न केवल गेहूं और धान की, बल्कि दूसरी फसलों जैसे कि सरसों, सूरजमुखी, बाजरा, मूंग, मक्का आदि की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्परता से खरीद की है। यही नहीं, आलू, टमाटर, फूलगोभी और प्याज की फसल के लिए भावांतर भरपाई योजना भी लागू की गई है।
श्री आर्य ने कह कि राज्य सरकार इन प्रयासों को जारी रखेगी और अमरूद, गाजर व मटर को भी भावान्तर भरपाई योजना के अन्तर्गत लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार विशिष्ट मंडियां जैसे कि पिंजौर में आधुनिक सेब मंडी, गुरुग्राम में फूलों की मंडी और सोनीपत में मसाला मंडी भी स्थापित करेगी। इसके साथ ही गन्नौर में अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी के विकास की गति को और तेज किया जाएगा।