अम्बाला, 29 अक्तूबर:- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- जिला उद्यान अधिकारी अजेश कुमार ने बताया कि भावांतर भरपाई योजना के तहत बागवानी उत्पादकों के लिये मंडी में उनके लिए निर्धारित मूल्य से कम दाम मिलने पर सरकार द्वारा भरपाई करने की एक अनूठी योजना चलाई हुई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य मंडी में सब्जी व फल की कम कीमत के दौरान किसानो को निर्धारित संरक्षित मूल्य द्वारा जोखिम को कम करना तथा कृषि में विविधिकरण के लिये किसानों को प्रोत्साहित करना है। भावांतर भरपाई स्कीम में टमाटर, फूल गोभी, आलू और प्याज इन चार फसलों पर किसानों को मुख्यतौर पर लाभ दिया जाता है। किसानों के हित में सरकार द्वारा संरक्षित मूल्य में बढ़ौतरी की गई है तथा पंजीकरण की अवधि का समय भी निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि आलू व टमाटर का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 500 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। इसी प्रकार प्याज व फूलगोभी का संरक्षित मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 600 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। उन्होंने बताया कि आलू व फूलगोभी फसल के लिये पंजीकरण की अतिम तिथि 31 अक्तूबर 2019 है तथा प्याज व टमाटर के लिये किसान 15 दिसम्बर से 15 फरवरी तक पंजीकरण करवा सकते हैं।