केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी भाषा को लेकर दिए अपने बयान पर सफाई दी है. बुधवार को उन्होंने कहा, 'मैंने क्षेत्रीय भाषाओं पर हिंदी भाषा को थोपने की बात कभी नहीं कही. मैंने सिर्फ इतनी अपील की थी कि मातृभाषा के बाद दूसरी भाषा के रूप में हिंदी को सीखना चाहिए. मैं खुद गैर हिंदी भाषी राज्य गुजरात से आता हूं. अगर कुछ लोग इस पर राजनीति करना चाहते हैं, तो यह उनकी च्वॉइस है.'