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शुक्र का कर्क राशि में गोचर - 23 जुलाई, 2019--- पंडित कृषण्ं मेहता

July 22, 2019 11:40 PM

प्रस्तुति अग्रजन पत्रिका द्वारा

शुक्र का कर्क राशि में गोचर - 23 जुलाई, 2019
पंडित कृषण्ं मेहता----शुक्र क्या देगा गोचर मे 
हिन्दू ज्योतिष में शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है। शुक्र को वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है। यह मीन राशि में उच्च और कन्या राशि में नीच का माना जाता है। शुक्र प्रधान जातक सांसारिक सुख और ऐश्वर्य का भोग करने में सभी अन्य जातकों से आगे होते हैं। साथ ही ये भी देखा गया है की जिस जातक की कुंडली में शुक्र मजबूत होता है वो जातक सिनेमा, रंगमंच, चित्रकारी और नृत्य कला आदि क्षेत्रों से संबंध रखते हैं। किसी व्यक्ति के जीवन में दांपत्य जीवन के सुख का अध्ययन भी शुक्र की स्थिति पर ही निर्भर करता है।
     शुक्र देव को भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। नव ग्रहों में से बुध ग्रह और शनि देव शुक्र के मित्र ग्रह माने जाते हैं और सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र एक राशि में क़रीब 23 दिन तक रहता है और इसके बाद ये अन्य राशि में संचरण करता है।
शुक्र देव होते है असुरों के गुरु
पौराणिक धारणाओं के अनुसार शुक्र देव को असुरों का गुरु माना गया है। इसलिए इनका एक प्रचलित नाम शुक्राचार्य भी है। शास्त्रों के वर्णन के अनुसार शुक्र श्वेत वर्ण के हैं और घोड़ा, ऊंट या मगरमच्छ इनकी सवारी हैं। शुक्र देव का संबंध धन की देवी मां लक्ष्मी से भी है इसलिए हिंदु लोग धन-वैभव की कामना के लिए शुक्रवार के दिन व्रत धारण करते हैं। भागवत पुराण के अनुसार शुक्र देव महर्षि भृगु के पुत्र हैं और इनको बचपन में भार्गव नाम से भी पुकारा जाता था। इनके प्रभाव से जातकों में कला और सौंदर्य के प्रति रुझान बढ़ता है।
शुक्र के गोचर का समय
शुक्र ग्रह 23 जुलाई 2019, मंगलवार दोपहर 12:35 बजे कर्क राशि में प्रवेश करेगा और 16 अगस्त 2019, शुक्रवार रात्रि 20:23 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। आईये अब जानते हैं शुक्र के इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव होगा?
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है।
मेष
शुक्र का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। ज्योतिष शास्त्र में इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है। इस गोचर से आपको पारिवारिक जीवन में अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे। अगर घर के किसी सदस्य से अनबन की स्थिति बनी थी तो इस गोचर के चलते यह स्थिति सुधर जाएगी और घर में खुशहाली आएगी। नौकरी पेशा से जुड़े लोग अपनी रचनात्मकता का पूरा इस्तेमाल कार्यक्षेत्र में कर पाएंगे और इसके अच्छे परिणाम भी आपको मिलेंगे। आपके करियर में इस दौरान उछाल देखने को मिलेगा। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि अपने निजी और व्यवसायिक जीवन के बीच संतुलन बनाकर चलें। आपकी मां को इस दौरान आराम मिलेगा, उनका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा जिससे आपको भी सुकून मिलेगा। जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिताने का मौका इस अवधि में आपको मिल सकता है। छात्रों के लिए यह समय अनुकूल है, आपको अपने विषय के गूढ़ रहस्यों को जानने में इस दौरान आनंद आएगा।
 
उपाय: चंदन, चमेली या फिर गुलाब की खुशबू वाले इत्र का रोज इस्तेमाल करें।
 
वृषभ
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में हो रहा है, इस भाव में शुक्र के गोचर के चलते आपको छोटी-छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। यात्रा के दौरान कुछ रचनात्मक लोगों से आपकी मुलाक़ात हो सकती है जिससे आपको कुछ नए अनुभव होंगे। अगर यह शख्स विपरीत लिंगी हुआ तो आप उनके प्रेम में पड़ सकते हैं। इस राशि के कुछ जातक इस दौरान अपने लव पार्टनर से शादी के बंधन में भी बंध सकते हैं। सामाजिक जीवन इस समय बहुत अच्छा रहेगा आप अपने यार दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएंगे और इस समय कहीं घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। भाई बहनों से आपके संबंध सुधरेंगे और आप हर स्थिति में उनकी सहायता करेंगे। वैवाहिक जीवन में सुधार आएगा आप अपने जीवनसाथी को भौतिक सुख सुविधाएँ प्रदान करने में सफल होंगे। इस दौरान आप अपने जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने के भी प्रयास करते नज़र आएँगे।
 
उपाय: मां लक्ष्मी की पूजा करें।
 
मिथुन
शुक्र देव आपके द्वितीय भाव में संचरण करेंगे। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान वृषभ राशि का होता है। इस भाव से हम आपकी वाणी और धन पर विचार करते हैं। ऐसी में शुक्र के गोचर से आपकी वाणी में मिठास आएगी यह मिठास लोगों को आपकी ओर आकर्षित करेगी। इस अवधि में आप पारिवारिक समारोह में हिस्सा ले सकते हैं जहाँ आप बहुत अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे। आर्थिक पक्ष भी अच्छा रहेगा अगर विदेशों में या दूसरे राज्यों में आपकी प्रॉपर्टी है तो इस दौरान आपको अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है। जो लोग अभी तक आर्थिक तंगी का शिकार थे उन्हें भी इस दौरान धन संचित कर पाने में सफलता मिलेगी। छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक फल मिलेंगे। अपनी मेहनत का आपको ऐसा फल मिलेगा जिससे आप संतुष्ट होंगे। विवाह के बंधन में बंध चुके इस राशि के जातकों को इस दौरान अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए। वो मानसिक रुप से खुद को कमजोर महसूस कर सकते हैं।
 
उपाय: भगवान शिव की पूजा करें और उनका दही से अभिषेक करें।
 
कर्क
शुक्र का गोचर आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में होगा। इस भाव से हम आपके स्वभाव और आपके शरीर के बारे में विचार करते हैं। इस समय शुक्र देव की कृपा आप पर बनी रहेगी। भौतिक सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह शुक्र आपको लाभ पहुंचाएंगे। प्रेम में पड़े इस राशि के जातकों को भी इस समय अच्छे फल मिलेंगे और दिल में छुपे प्यार को आप शब्दों का सहारा लेकर व्यक्त कर सकते हैं। अगर आप किसी से प्रेम करते हैं तो इस वक्त प्यार का इज़हार कर सकते हैं, सकारात्मक जवाब मिलने के पूरे आसार हैं। कार्यक्षेत्र में आपके वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से खुश होकर आपकी तारीफों के पुल बांध सकते हैं। शादीशुदा लोग अपने प्रियतम के लिए इस समय वक्त निकाल पाएंगे आपके बीच रोमांस की अधिकता देखने को मिलेगी। आपके जीवनसाथी की कार्यक्षेत्र में पदोन्नति भी हो सकती है। छात्र भी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे, अपने सहपाठियों के साथ मिलकर आप किसी विषय का अध्ययन कर सकते हैं।
 
उपाय: माता को खुश रखें और उनका आशीर्वाद लें।
 
सिंह
भौतिक सुख-सुविधाओं के दाता शुक्र ग्रह आपकी राशि से द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष में द्वादश भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है। इस भाव में शुक्र के गोचर से आपके ख़र्चों में इज़ाफा हो सकता है। आपको इस समय अच्छा बजट प्लान बनाने की जरुरत है, इससे आप अपने ख़र्चों पर लगाम लगा पाएंगे। इस राशि के कुछ जातक इस अवधि में विदेश यात्रा पर भी जा सकते हैं। विलासितापूर्ण जीवन जीने की आपकी चाह पूरी हो सकती है। शुक्र का प्रभाव आपके अंदर वासनापूर्ण विचार ला सकता है, ऐस समय में खुद पर संयम रखें। सेहत को दुरुस्त करने के लिए केवल प्लान बनाना काफी नहीं है बल्कि इन प्लान को लागू करना भी बहुत ज़रुरी है। इस राशि के कुछ जातकों से कोई विपरीत लिंगी आकर्षित हो सकता है।
 
उपाय: गाय की पूजा करें व उन्हें चारा खिलाएं।
 
कन्या
शुक्र का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। इस भाव को आय भाव भी कहा जाता है, अत: शुक्र के इस भाव में गोचर से आपकी आमदनी में इज़ाफा हो सकता है। आपकी कोई महिला मित्र इस दौरान आपके लिए मददगार साबित हो सकती है। भाग्य के साथ से अपके कई बिगड़ते काम भी इस दौरान बन जाएंगे। इस अवधि में आपकी कोई दिली मुराद भी पूरी हो सकती है। वैवाहिक जीवन सामान्य से बेहतर रहेगा, जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है लेकिन इससे आप दोनों के बीच दूरी नहीं आएगी। कार्यक्षेत्र में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। दोस्तों के साथ वक्त बिताकर आप जीवन की कई परेशानियों को भूल जाएंगे। कारोबारियों के लिए यह समय उत्तम है इस दौरान आपको कुछ पुरानी योजनाओं से लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर मन में किसी बात को लेकर उलझन है तो घर के किसी क़रीबी से आप इस दौरान बात कर सकते हैं, आपकी उलझन दूर हो सकती है।
 
उपाय: शुक्रवार के दिन कन्याओं का पूजन करें।
 
तुला
शुक्र देव आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको सतर्कता के साथ हर काम करना होगा। कार्यक्षेत्र में किसी के साथ अनबन की स्थिति बन सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि विवादों से खुद को दूर रखने के लिए कम से कम बोलें, आवश्यकता से अधिक बोलना कई बार भारी पड़ जाता है। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा और घर की कोई महिला आपकी परेशानियों को दूर कर देगी। जीवनसाथी के साथ किसी भी तरह की अनबन या मनमुटाव हो तो उसे किसी और से साझा न करें। यही सही रहेगा कि आप अपने मन में चल रही बातों को अपने पार्टनर से शेयर करें और उनका हल निकालें। इस दौरान जीवन में थोड़े बहुत उतार-चढाव आ सकते हैं लेकिन किसी शुभ समाचार के मिलने की भी पूरी संभावना है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, इसके बावजूद भी आपको काम के बीच अपने शरीर के लिए भी समय निकालना चाहिए।
 
उपाय: श्रद्धाभाव से मां दुर्गा की पूजा करें व खीर का प्रसाद चढ़ाएं।
 
वृश्चिक
शुक्र देव आपकी राशि से नवम भाव में संचरण करेंगे। शुक्र के इस गोचर काल में आपको अपने जीवन में मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा जीवनसाथी से आप नज़दीकियाँ महसूस करेंगे। अगर साझेदारी में कारोबार करते हैं तो विदेशों से इस दौरान आपको लाभ प्राप्त होगा, आपका बिज़नेस पार्टनर भी आपके प्रति ईमानदार रहेगा। कारोबार या किसी काम के संबंध में आपको किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है, यह यात्रा थकाऊ हो सकती है लेकिन इसके परिणाम सकारात्मक रहेंगे। प्रेम जीवन पहले से ज़्यादा बेहतर होगा, इस समय आप अपने संगी के साथ रोमांटिक पल बिता सकते हैं। सामाजिक गतिविधियों में आपका शिरकत करना आपको फायदा पहुँचाएगा। यदि कला के जुड़े क्षेत्रों में आपका रुझान है तो आपके लिए यह बेहतरीन समय है। छात्रों को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने के लिए इस समय प्रयास करने की जरुरत है। समय निकाल कर थोड़ी देर ध्यान करें फायदा मिलेगा।
 
उपाय: सफेद चंदन से भगवान शिव की आराधना करें।
 
धनु
आपके अष्टम भाव में शुक्र देव का गोचर हो रहा है। इस गोचरीय अवस्था के दौरान आपको शारीरिक परेशानियां हो सकती हैं इसलिए अपना ख्याल रखें। वासनापूर्ण क्रियाओं में आपका ज्यादा मन लगेगा जिसकी वजह से आपको मानसिक तनाव भी हो सकता है। इस समय में जितना हो सके खुद को व्यस्त रखें। अकेलापन आपको परेशान कर सकता है। किसी से विवाद होने की भी इस दौरान संभावना है। अगर वाहन चलाते हैं तो इस अवधि में कोई भी नियम कानून तोड़ने की न सोचें नहीं तो लेने के देने पड़ सकते हैं। इस दौरान आप अकेले रहना ज्यादा पसंद करेंगे। आर्थिक पक्ष इस दौरान कमजोर रह सकता है हालांकि आप अपने ख़र्चों पर नज़र रखकर कई आर्थिक समस्याओं से बच सकते हैं। इस दौरान सट्टेबाज़ी करने से बचें। जीवन की परेशानियों को दूर करने के लिए आप आध्यात्म की ओर बढ़ सकते हैं। इसके अलावा आप आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं या किसी आध्यात्मिक गुरु से मिल सकते हैं।
 
उपाय: चांदी का बना कोई उपहार अपनी मां को शुक्रवार के दिन भेंट करें।
 
मकर
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। यह भाव विवाह भाव भी कहलाता है और इस भाव से जातक के जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है। यह गोचर आपके विवाह जीवन में नए प्राण भरेगा और आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिता पाने में कामयाब होंगे। आपका जीवनसाथी इस दौरान बिना कुछ कहे भी आपके मनोभावों को समझ जाएगा। शुक्र के इस गोचर के चलते आपके जीवन में रोमांस की भी अधिकता रहेगी। इस राशि के जो लोग प्रेम में पड़े हैं वो इस दौरान शादी के बंधन में भी बंध सकते हैं। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में सम्मान मिलेगा। पारिवारिक जीवन को यदि आप खुशहाल बनाना चाहते हैं तो आपको अपनी निजी परेशानियों को दूर रखना होगा और परिवार के लोगों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना होगा।
 
उपाय: आस्था के साथ देवी मां का पूजन करें।
 
कुंभ
शुक्र का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा जिसके चलते आपको जीवन के हर क्षेत्र में अधिक मेहनत करके ही मनमाफिक सफलता मिलेगी। अपनी मेहनत और लगन पर भरोसा रखें और आगे बढ़ते रहें। कार्यक्षेत्र में महिलाओं से बहसबाजी करने से बचें। अगर आप ऐसा करते हैं तो लोगों कि नज़र में आपकी छवि धूमल हो सकती है। वाहन चलाते समय इस दौरान सतर्क रहें। इस राशि के छात्रों को इस समयावधि में अच्छे फल मिलेंगे, आपके मन में शांति का वास रहेगा और आप पढ़ाई पर पूरा ध्यान दे पाएंगे। इस समय आपको आलसपन को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना हैं। खुद को फिट रखने के लिए इस दौरान आप व्यायाम अथवा योग कर सकते हैें। अगर आप घर से बाहर रहकर पढ़ाई या नौकरी करते हैं तो इस समय आपको अपने घर की याद सता सकती है और अकेलापन दूर करने के लिए आप अपने रिश्तेदारों से घंटों फोन पर बातें कर सकते हैं।
 
उपाय: शुक्रवार को मां दुर्गा की आराधना के बाद स्फटिक की माला का जाप करें।
 
मीन
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। इस भाव को संतान भाव भी कहा जाता है। इस अवधि में आपके अंदर की कला लोगों के सामने आ सकती है। नयी चीजें सीखने में इस दौरान आपका मन लगेगा। खासकर छात्रों के लिए शुक्र का यह गोचर बहुत फलदायी सिद्ध होगा। जिन विषयों को सीखने में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उन्हें भी इस दौरान आप आसानी से समझ सकते हैं। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को इस दौरान कमाई के नये साधन मिल सकते हैं। विवाहित और प्रेमी जातकों के लिए समय अनुकूल है, अपने साथी के साथ किसी यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं। शादीशुदा लोगों के पार्टनर को शुक्र के इस गोचर का ज्यादा फायदा मिलेगा। हालांकि अपने बच्चों के स्वास्थ्य का इस अवधि में आपको ध्यान रखना होगा। घर के किसी बड़े सदस्य से इस दौरान आप जीवन में आ रही किसी परेशानी का हल जानने की कोशिश कर सकते हैं।
 
उपाय: पीपल के पेड़ में हर शुक्रवार को जल चढ़ाएँ।
 
 
 
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