रोपड़-- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 2 जून से 8 जून तक लहरी शाह धर्मशाला रोपड़ में 7 दिवसीय श्री मद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय दिवस में श्री प्रवेश गोयल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमति राज रानी, श्री अरुण सिंगला एवं उनकी धर्मपत्नी श्री अनिता रानी, श्री रमन जिंदल एवं उनके माता जी परवीन लता जी, श्री शिव कांत कालिया एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमति रीटा कालिया ने यजमान के तोर पर विधिवत पूजन किया।
कथा का शुभारंभ श्री शेखर शुक्ला (प्रधान, ब्राह्मण सभा पंजाब) एवं उनकी धर्मपत्नी मधु शुक्ला, श्री आर के चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमति मीरा चौहान, श्री राजीव कपूर ने प्रभु की पावन ज्योति को प्रज्वलित कर के किया। कथा के द्वितीय दिवस में संस्थान के संचालक एवं संस्थापक श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या विश्व भारत विख्यात भागवत भास्कराचार्य विदुषी साध्वी भाग्यश्री भारती जी ने ध्रुव प्रसंग का व्याख्यान किया। उन्होंने बताया कि बालक ध्रुव की माता सुनीति उन्हें संस्कारवान बनाती हैं। आज संस्कार विहीनता के वातावरण में पल रही युवा पीड़ी की यही दशा है। जिस प्रकार मिठाई से मिठास, इक्षुदण्ड से रस, दूध से घी निकाल लेने से ये नि:सार हो जाते हैं, वैसे ही मानव के जीवन में संस्कार न हो तो वह तेजहीन हो जाता है। इन संस्कारों के अभाव में युवा वर्ग पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण कर रहा है। फ़िल्मी सितारें, मॉडल आदि को उन्होंने जीवन का आदर्श बनाया है।
आज संस्कारों की आवश्यकता है जो विश्व रूपी बगिया को सूंदर बना सके। भक्त ध्रुव की मां ने उन्हें प्रभु की ओर बढऩे को प्रेरित किया। परंतु ध्रुव और प्रह्लाद के देश में ही बालकों से मजदूरी कराइ जाती है। हमे कूड़े के ढेरों से सामान उठाते, कारखानों में काम करते, कर साफ़ करते, होटलों में छोटू दिखाई दे ही जाते हैं। कंधो पर स्कूल का बैग नहीं अपितु कूड़े का बोझा लाद दिया जाता है। भारत के भविष्य के जो कोहिनूर हैं, उनसे उनका बचपन छीनने का कारण है जाग्रति का अभाव। ऐसे ही जागृति का सन्देश दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का प्रकल्प है-मंथन। जो अभावग्रस्त बालकों के लिए संपूर्ण विकास शिक्षा का अवसर प्रदान कर रहा है। शिक्षा और दीक्षा से ही बालकों को सशक्त बनाया जा सकता है। ताकि वे स्वयं अपनी प्रतिभा को पहचानें एवं समाज का व स्वयं का उत्थान कर सके। द्वितीय दिवस कथा को विराम प्रभु की पावन आरती द्वारा दिया गया। प्रभु की पावन आरती में श्री सतीश भल्ला,सुनील कुमार शर्मा, श्रीमति राजिंदर कौर वालिया, श्रीमति दविंदर कौर वालिया, श्री शिव शक्ति प्रभात फेरी समिति, श्री नैना जीवन ज्योति, श्री लेहरी शाह महिला कीर्तन मंडल एवं श्री हरे कृष्ण संकीर्तन मंडल के सभी सदस्य समिलित हुए।