अम्बाला :- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की नेता चित्रा सरवारा ने अम्बाला छावनी की अनाज मंडी में गीता गोपाल भवन के समीप गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भारत की आन-बान-शान तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम एक्ट 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा की ओर से अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था। कार्यक्रम के शुभारंभ में तनेजा पब्लिक स्कूल और सीएनआई चर्च कंपाउंड के बच्चों ने पिंकी मैडम के निर्देशन में नृत्य और देशभक्ति के गीतों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाकर दर्शकों को तालियां बजाने पर विवश कर दिया। यहां एक होनहार बेटी शालिनी ने बेटी बचाओ अभियान की ओर ध्यान आकर्षित करने वाली प्रस्तुति पेश करके लोगों को गंभीर कर दिया। कार्यक्रम में बेहतरीन प्रस्तुति करने के लिए तनिशा, टविंकल, कीर्ति, पलक, शालिनी, नेमपाल और राहुल की सराहना की गई। इस अवसर पर चित्रा सरवारा ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया। सम्मान पाने वाले लोगों में अम्बाला के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी भगत राम शुक्ला के पौत्र आनंद मोहन शुक्ला, प्रजापति समाज के महासचिव तिलक राज, जाटव समाज के पूर्व प्रधान ओमप्रकाश, बाजीगर समाज के उपप्रधान महेश कुमार, धीमान बिरादरी के सह सचिव कमल धीमान, डेहा समाज के प्रधान कमलजीत और भगवान परशुराम सेवा समिती के उप प्रधान अशोक शर्मा प्रमुख थे। इस कार्यक्रम के समापन पर लड्डू बांटकर खुशी मनाई गई । देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले असंख्य शहीदों की स्मृति में सुबह 7 बजे चित्रा सरवारा के नेतृत्व में प्रभात फेरी निकाली गई जोकि अम्बाला छावनी के विभिन्न बाजारों से गुजरने के बाद समारोह स्थल पर समाप्त हुई।