नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आंकड़ों के जरिए दिखाया खट्टर सरकार को आईना
NCRB, NSO, CMIE और SGD की रिपोर्ट दिखाकर पूछा- काम कब शुरू करेगी सरकार?
लगातार बढ़ रही है गन्ने की लागत, नहीं बढ़ रहा रेट, घाटे में जा रही है किसानों की खेती - भूपेंद्र सिंह हुड्डा
प्रदेश में रोज 3 हत्याएं, 4 रेप, 14 अपहरण, 50 वाहन चोरी और 54 चोरी, लूट, डकैती और जबरन वसूली की हो रही हैं वारदातें- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
रोज महिलाओं के साथ हो रही हैं 39 वारदातें- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
कानून व्यवस्था पर ध्यान देने की बजाए आपसी खींचतान में जुटे हैं मुख्यमंत्री और गृहमंत्री- हुड्डा
CID वापिस लेकर क्या मुख्यमंत्री ने अनिल विज के आंख, कान, नाक बंद कर दिए?- हुड्डा
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चंडीगढ़ 23 जनवरी-- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता-
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कई रिपोर्ट्स और दस्तावेजों का हवाला देते हुए गठबंधन सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आंकड़ों के साथ बताया कि कैसे अर्थव्यवस्था, रोजगार, क़ानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और कृषि के मोर्चे पर बीजेपी सरकार विफल रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार असली मुद्दों पर ध्यान देने की बजाए मंत्रालयों के बंटवारे में खींचतान और अधिकारियों के तबादले में बिजी है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जो प्रदेश पहले विकास के मामले में नंबर वन था, वो आज अपराध के मामले में पहले नंबर पर है। आज प्रदेश में रोज 3 हत्याएं, 4 रेप और 14 अपहरण के मामले सामने आते हैं। रोज महिलाओं के साथ किसी ना किसी तरह की 39 वारदातें होती हैं। रोज 50 वाहन चोरी होते हैं। रोज 54 चोरी, लूट, डकैती और जबरन वसूली की वारदातें होती हैं। बच्चों के अपहरण के मामले में भी हरियाणा देश में सबसे आगे है। दंगों के मामले में भी हरियाणा देश में तीसरे नंबर पर है। मौजूदा सरकार ने यूपी और बिहार को भी पीछे छोड़ दिया है।
आंकड़ों का हवाला देते हुए ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा का युवा नशे की तरफ बढ़ रहा है। नशे से मौत के मामले में हरियाणा ने पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। साल 2018 में पंजाब में नशे से 78 मौतें हुईं थी, जबकि हरियाणा में इससे ज्यादा 86 मौतें हुईं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान हमने युवाओं का रुझान खेलों के प्रति करने के लिए गांव-गांव में स्टेडियम बनवाए थे। लेकिन बीजेपी सरकार ने उनका रखरखाव तक नहीं किया। सरकार को चाहिए कि वो प्रदेश में बढ़ते नशे के कारोबार पर रोक लगाए और युवाओं को नशे के चुंगल से छुड़वाए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को अपने महकमों को लेकर झगड़ने की बजाए प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। इस खींचतान पर उन्होंने पूछा कि सीआईडी को गृह मंत्रालय की आंख, कान और नाक बताने वाले विज, अब बिना CID के क्या करेंगे? क्या अनिल विज प्रदेश की जनता को बताएंगे की मुख्यमंत्री ने उनके आंख, कान, नाक बंद कर दिए हैं या अब भी खुले हैं? बहरहाल, कांग्रेस पार्टी की मांग है कि सरकार ऐसे तमाम विवादों का जल्द निपटारा कर, पूरी तरह चरमरा चुकी कानून व्यवस्था पर ध्यान दे।
हुड्डा ने कहा कि बिना कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के चल रही गठबंधन सरकार दिशा और दशाहीन है। उन्होंने जोर देकर पूछा कि आख़िर सरकार काम करना कब शुरू करेगी?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने CMIE (Centre for Monitoring Indian Economy) की 31 दिसंबर को जारी हुई ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी दर अब भी 28 फीसदी बनी हुई है। हरियाणा लगातार बेरोजगारी के मामले में टॉप पर है। टिकाऊ विकास दर (SDG & Sustainable Development Index) के मुताबिक हरियाणा विकास के मामले में देश में 18वें पायदान पर पहुंच गया है।
उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नेशनल स्टैटस्टिकल ऑफिस (NSO) के आंकड़ों से साफ है कि ग्रामीण उपभोक्ता खपत में रिकॉर्ड गिरावट आई है। NSO के Household Consumption Survey के मुताबिक हरियाणा के ग्रामीणों ने 2011-12 की तुलना में 2017-18 में 18 फीसद कम ख़र्च किया है। 18 फीसदी की ये गिरावट देश में सबसे ज्यादा है। ये सर्वे जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच में हुआ था।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रहार का सिलसिला यहीं नहीं रुका। बीजेपी सरकार लगातार खेती को घाटे में ले जा रही है। उन्होंने गन्ना किसानों की लागत का ब्यौरा देते हुए बताया कि कैसे खेती महंगी होती जा रही है और उसके मुक़ाबले रेट नहीं बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 2014 में प्रति एकड़ की बहाई का रेट 5000 था, जो 2019 तक बढ़कर करीब 9000 रुपये हो गया। डीएपी कट्टे का रेट 960 रुपये का था, जिसका वजन 50 किलो था। अब वो 1250 रुपये हो गया है और वजन घटकर 45 किलो कर दिया गया है। यूरिया का रेट 250 से बढ़कर 350 रुपये हो गया है। डीजल भी 56 रुपये से बढ़कर 68 रुपये प्रति लीटर हो गया है। सिर्फ डीजल का रेट बढ़ने से प्रति एकड़ लागत करीब 1200 रुपये बढ़ गई है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी की पिछली खट्टर सरकार ने बढ़ती लागत को नजअंदाज करते हुए 5 साल में बमुश्किल 30 रुपये ही रेट में इजाफा किया। मौजूदा भाजपा-जजपा सरकार ने तो 1 रुपये की भी रेट में बढ़ोत्तरी नहीं की। जबकि कांग्रेस सरकार ने 2005 से 2014 तक 193 रुपये की रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी कर गन्ने के भाव को 117 से 310 रुपये तक पहुंचाने का काम किया था। ये भाव देश में सबसे ज्यादा था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गन्ने का रेट बढ़ाना तो दूर, मौजूदा रेट भी नहीं दे पा रही है। हालात ये हो गए हैं कि सरकार पलवल में गन्ना मिलों की जमीन तक बेचने पर आमादा है। इससे किसानों की परेशान बढ़ती जा रही है।
हुड्डा ने पिछले दिनों ओलावृष्टि से खेती को हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को जल्द मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने धान घोटाले को लेकर भी बड़ा आरोप लगाया। हुड्डा ने कहा कि सरकार की जांच में महज 100 करोड़ के घोटाले का ख़ुलासा हुआ है। लेकिन ये हजारों करोड़ का घोटाला है। क्योंकि किसानों को प्रति क्विंटल 100 से 150 कम दाम दिया गया है। इसलिए हम इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं।
उन्होंने धान घोटाले के साथ माइनिंग स्कैम, छात्रवृत्ति घोटाले और महम से विधायक बलराज कुंडू की तरफ से उठाए गए मामलों की जांच की भी मांग की।