Panchkula
पंचकूला शहर मे जितने भी बस क्यू शेल्टर बाहर के देशों की तरह बनाए और बनवाए जा रहे हैं इनकी कवालिटी इनको देख कर ही पता चलती है।राकेश अग्रवाल की कलम से
January 22, 2020 09:11 PM
पंचकूला शहर मे जितने भी बस क्यू शेल्टर बाहर के देशों की तरह बनाए और बनवाए जा रहे हैं इनकी कवालिटी इनको देख कर ही पता चलती है।
इन बस क्यू शेल्टरों पर एक एक केबिन ए टी एम लगवाने का कह कर बनाया है। क्या इतने ए टी एम नगर निगम के अधिकारी लगवा पाएंगे और वो भी 15-20 लोगों के लिए हर एक बस स्टाप पर।क्योंकि इससे ज्यादा लोग शायद बहुत से बस क्यू शेल्टरों पर एक दिन मे नहीं आथे हैं।
दुसरा सडकों पर गाड़ियां रोक कर कोई भी पैसे क्यो निकलवाएगा। तीसरा सडकों पर गाड़ियां रोकने और ए टी एम लगवा रुकवाने से एक्सिडेंट को बुलावा और लोगों के लिए ख़तरा बढाने का काम किया जाएगा।
शायद यह बात नगर निगम के अधिकारियों,पुलिस और पंचकूला प्रसासन के ख्याल मे नहीं आई होगी।न ही हायर अथोरिटीज और नगर निगम के कनसलटेंटों और एडवाईज़र्स के ख्याल आया होगा।
कमिश्नर नगर निगम को इस पर तुरन्त ध्यान देने की जरूरत है और इसके लिये कुछ और प्लानिंग बनाना चाहिए।
साथ मे यहाँ पर समय सारणी भी लगवाने के लिए ट्रांसपोर्ट विभागों को लिखना चाहिए।
हम उम्मीद करते हैं जल्द ही इस पर कारवाई की जाएगी।
राकेश अग्रवाल