पंचकूला, 20 जनवरी - अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- परीक्षा पे चर्चा 2020 के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देश के लगभग 33 करोड़ विद्यार्थियों से रूबरू हुए। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने देश के ही नही बलिक विदेश के विद्यार्थियों के लगभग 10 समन्वित सवालों का जवाब दिया ।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर-6 में विद्यार्थियों ने परीक्षा पे चर्चा विद्यार्थियों को प्रोजेक्टर द्वारा दिखाया। इस अवसर पर वंदना दिसोदिया, संयुक्त निदेशक,मौलिक शिक्षा हरियाणा विशेष तौर पर पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों का अपने चिरपरिचित अंदाज़ से मनोबल बढ़ाया , वही अभिभावकों व अध्यापकों को परीक्षाओं के समय बच्चों को प्रोत्साहित करने का मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिस्थिति में सकारात्मकता को समझ कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि परीक्षा में प्राप्त अंक ही जिंदगी नही है। परीक्षा को एक पड़ाव मानना चाहिए।जिस प्रकार प्रधानमंत्री ने कहा कि अन्य गतिविधियों में समय का संतुलन बनाकर परीक्षायों में बेहतरीन नतीजे दिए जा सकते हैं। विद्यार्थियों को अपना सर्वगीन विकास किया।
प्रधानाचार्य रजनीश सचदेवा ने बताया कि आज की परीक्षा पे चर्चा ने विद्यार्थियों, अभिभावकों व अध्यपको के प्रश्नों का निवारण किया।बच्चों को कैसे परीक्षा की तैयारी करनी है, कैसे परीक्षा देनी है, उनके जिज्ञासा का उत्तर देकर समाधान निकाला।
विद्यार्थी अर्श शर्मा, अंजलि ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें जो परीक्षा भवन में तनाव मुक्त रहने का मूलमंत्र दिया है, वो उससे काफी प्रभावित हुए हैं। जो प्रधानमंत्री ने बच्चों, अभिभावकों के लिए कही कि जो भी समय एक बच्चे को उसके अनुसार सही लगे , उसी समय वो पढ़े। मकसद पढ़ना है। समय सुविधा अनुसार होना चाहिए।