जींद। हरियाणा सरकार में भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब अपने दम पर मैदान में नहीं उतरेगी। बेशक जजपा की नजर भाजपा की बकाया 13 सीटों पर रहेगी,मगर पार्टी नेता भाजपा के साथ अपने संबंध किसी भी सूरत में खराब नहीं करना चाहते। दिल्ली प्रदेश जजपा के नेताओं ने भी अपने नेता दुष्यंत चौटाला के साथ इस पर सहमति जता दी थी। जजपा यूं तो दिल्ली में भाजपा से पांच सीट पर समझौता करना चाहती थी और पार्टी नेताओं का दावा था कि इससे भाजपा को ग्रामीण आंचल की 20 सीटों पर फायदा होगा। जजपा नेता व हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तब झटका लगा जब भाजपा ने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची में उन सीटों पर भी अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए जिन्हें जजपा गठबंधन के तहत मांग रही थी। वहीं अकाली दल और जजपा के साथ समझौता होगा या नहीं यह अब तक स्पष्ट नहीं है। हरियाणा के तीन दिवसीय सत्र के बाद हरियाणा सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों और भाजपा नेताओं के साथ जजपा नेता व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी दिल्ली में भाजपा के लिए प्रचार करते नजर आएंगे। सूत्रों के अनुसार दुष्यंत चौटाला ने भी अपने स्तर पर यह साफ कर दिया है कि वे हर हाल में भाजपा के साथ मजबूती के साथ रहेंगे।
हरियाणा भाजपा ने दिल्ली में झोंकी पूरी ताकत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरियाणा भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश के 33 भाजपा नेता दिल्ली के 17 विधानसभा क्षेत्रों में करीब एक पखवाड़े से पहले ही काम कर रहे हैं। इसके साथ अब हरियाणा प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट को पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की 10 विधानसभा सीटें जीतने की पूरी जिम्मेदारी दे दी है। इन सीटों पर भी भट्ट हरियाणा से अतिरिक्त कार्यकर्ता काम के लिए बुलाएंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए हरियाणा सहित राजस्थान,उत्तर प्रदेश,मध्यप्रदेश और हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रबंधन के लिए बुलाया गया है। इन वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में जिम्मेदारी भी लगाई गई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरियाणा से केंद्र सरकार में तीनों राज्य मंत्रियों के सहित 15 वरिष्ठ नेता प्रचार का जिम्मा संभालेंगे। इसमें हरियाणा के दिग्गज मंत्रियों और सांसदों सहित विधायक भी शामिल हैं। पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा,कैप्टन अभिमन्यु जैसे दिग्गज नेता को दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार की कमान दी गई है। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ खुद हरियाणा से दिल्ली आए नेताओं के बीच प्रांत प्रमुख के नाते संपर्क संभाल रहे हैं। दिल्ली चुनाव जीतने के लिए भाजपा की गंभीरता इसी बात से झलक जाती है कि रविवार शाम पार्टी मुख्यालय में होने वाली दोनों बैठकों में शामिल होने के लिए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी दिल्ली पहुंच गए।
हरियाणा के नेताओं को केजरीवाल का मिथक तोडऩे का जिम्मा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरियाणा के नेता आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का मिथक तोडऩे के लिए नित्य नए नारे भी बनाएंगे। इतना ही नहीं ये नेता हरियाणा में केजरीवाल के प्रत्याशियों की लोकसभा व विधानसभा चुनावों में हार के आंकड़े भी प्रस्तुत करेंगे। पार्टी के केंद्रीय संगठन ने हरियाणा के ही पुराने दिग्गज नेताओं को दिल्ली में रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने का जिम्मा भी दिया है। इसके अलावा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जातीय समीकरणों के आधार पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी भी हरियाणा के नेताओं को ही दी जा रही है।