-अशोक छाबड़ा-
रोहतक/जींद। बीजेपी के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने और रोहतक पीजीआई में छापा मारने से सुर्खियों में आए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू अपने समर्थकों के साथ रोहतक थाने में गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं। उन पर और उनके भाई पर धोखाधड़ी कर रुपये हड़पने का आरोप लगा है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है। केस को झूठा बताते हुए कुंडू ने गिरफ्तारी देने का फैसला किया है। कुंडू अपने समर्थकों के साथ थाने के सामने बैठ गए हैं और तनाव को देखते हुए पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ दलबल सहित तैनात है। कुंडू का कहना है कि केस दर्ज करवाने में मनीष ग्रोवर का हाथ है, अगर मामले की जांच नहीं हुई तो वे भाजपा से अपना समर्थन वापस ले लेंगे। वहीं मनीष ग्रोवर ने भी बलराज कुंडू पर पलटवार किया है। बता दें कि पुलिस को दी गई शिकायत में दुर्गा कालोनी निवासी नरेंद्र सिंह ने बताया कि वह कंस्ट्रक्शन ठेकेदार है। उसने विधायक बलराज कुंडू की सीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के साथ रोड कंस्ट्रक्शन को लेकर चार कार्यों का इकरारनामा किया था। इकरारनामा के कार्य पूरे कर दिए। जिसके बलराज कुंडू की तरफ दस करोड़ 50 लाख रुपये बकाया थे। इन्हें लेकर कई बार पंचायतें भी हुईं। बलराज कुंडू ने आश्वासन दिया था कि पंचायत की बजाय वह अकेले में फैसला करेंगे और रुपये भी दे दिए जाएंगे। इसे लेकर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी करा लिए। आरोप है कि विधायक ने अपने हक में बयान देने के लिए कहा। इसके बाद विधायक ने तीन करोड़ 83 लाख रुपये दिए और कहा कि बाकी रुपये भी दे देंगे। आश्वासन दिया कि मार्च 2019 में सरकार से रुपये आ जाएंगे,तब रुपये दे देंगे।आरोप है कि बलराज कुंडू और शिवराज कुंडू ने उनके साथ धोखाधड़ी कर हस्ताक्षर करा लिए और रुपये भी नहीं दिए। शिकायत के बाद अब सिविल लाइन थाना पुलिस ने विधायक बलराज कुंडू और शिवराज कुंडू के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
विधायक बलराज कुंडू का काउंटर वार
रोहतक के महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने रविवार को प्रेसवार्ता कर खुलम-खुला एक बार फिर भाजपा के पूर्व मंत्री व रोहतक से पूर्व विधायक मनीष ग्रोवर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। कुंडू ने ग्रोवर को नटवरलाल बताया है। उन्होंने कहा कि ये मामला उन्हीं के दबाव में दर्ज हुआ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यदि एक महीने के अंदर सरकार ने ग्रोवर पर कार्रवाई नहीं की तो वे अपना समर्थन वापिस ले लेंगे। इससे पहले भी बलराज कुंडू ने मनीष ग्रोवर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। बलराज कुंडू ने कहा कि मुझे लगता है कि मनीष ग्रोवर सीएम से ज्यादा पावरफुल है, या फिर सीएम उनसे डरते हैं। तभी उन पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। यदि एक महीने में मनीष ग्रोवर पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं अपना समर्थन वापिस ले लूंगा। मैंने ईमानदार सीएम को समर्थन दिया था न कि भ्रष्टाचार को।
ये लगाए घोटाले के आरोप
1. कुंडू ने कहा कि ग्रोवर ने कैथल शुगर मिल में कांटे की चिप बदलकर घोटाला करवाया। उन्होंने 1 क्विंटल सीरे को 60 किलोग्राम दिखाया गया। किसान के 1 क्विंटल गन्ने को 90 किलोग्राम दिखाया गया। चीनी मिल से जाने वाली 1 क्विंटल चीनी को 78 किलोग्राम दिखाया गया।
2. पीएम की अमृत जल योजना में 2650 करोड़ रुपये दिए गए थे। इसमें पानी और सीवर काम डाले जाने थे। काम पब्लिक हैल्थ को करना था लेकिन मनीष ग्रोवर ने इसे अपने डिपार्टमेंट में लिया और फिर सिंगल टेंडर करवाए गए। ठेकेदार को ही पाइप खरीदने के लिए कहा गया। 70 रुपये के पाइप को 120 रुपये में खरीदा गया। इसमें 250 करोड़ का घोटाला हुआ।
3. पानीपत शुगर मिल के नजदीक ही पानीपत नंबर-1 के नाम से शराब फैक्ट्री है। इस शुगर मिल से सीधे पाइप के माध्यम से सीरा इसमें जाता था। 2016-17 में 80 हजार टन सीरा खा गए। 60 से 65 करोड़ का घोटाला हुआ। जांच हो चुकी है, कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
4. पानीपत और करनाल शुगर मिल का ठेका सबसे कम टेंडर डालने वाले को नहीं दिया गया, जबकि ज्यादा टेंडर डालने वालों को दिया गया।
-कुंडू के समर्थन वापसी से सरकार को कोई नहीं खतरा
गौरतलब है कि कुंडू उन निर्दलीय 6 विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने भाजपा को समर्थन दिया था। भाजपा ने इनमें से 5 विधायकों को कोई न कोई पद दे रखा है। जिन्हें पद नहीं मिला है, उनमें कुंडू भी शामिल हैं। कुंडू यदि इस्तीफा दे देते हैं तो इससे सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि हलोपा के विधायक गोपाल कांडा और जजपा के 10 विधायकों का सरकार को समर्थन प्राप्त है।
कुंडू ईमानदारी से अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए-ग्रोवर
पूर्व सहकारिता मंत्री हरियाणा मनीष ग्रोवर ने कहा कि बलराज कुंडू और धनखड़ बंधु कई सालों से बिजनेस पार्टनर हैं। इनका आपस का लेनदेन का मामला है और बेवजह इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। लेन देन के मामले को लेकर महम चौबीसी में पहले भी कई बार पंचायतें हो चुकी हैं। चुनाव के समय भी इनमें आपस में एफआइआर दर्ज हुई थी। बलराज कुंडू को इस मामले में ईमानदारी से अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पहले शमशेर खरकड़ा पर आरोप लगाते थे और अब मुझ पर आरोप लगा रहे हैं।