चंडीगढ़- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा विभाग द्वारा मलोया गौशाला में गऊ पूजन किया गया, इस मौके पर गौ रक्षा विभाग अध्यक्ष ऋषि राज ने गऊ विज्ञान और गौ माता के बारे में जानकारी दी, उन्होंने बताया कि गोमूत्र और गोबर से कई तरीके के उपचार किए जा सकते हैं,और गांव द्वारा कैसे जैविक खेती करके हम पर्यावरण सुरक्षित कर सकते हैं। इस मौके पर बिहिप चंडीगढ़ मंत्री सुरेश राणा ने मकर सक्रांति के त्यौहार के वारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि, मकर सक्रांति हिंदुओं का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति पूरे भारत और नेपाल में किसी ना किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार 14 या 15 जनवरी का दिन ही पड़ता है । मकर सक्रांति मैं मकर शब्द मकर राशी को इंगित करता है, जबकि सक्रांति का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है । मकर सक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। एक राशि को छोड़कर दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापना क्रिया को सक्रांति कहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार मकर सक्रांति के दिन गंगा जी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए सागर में जा मिली थी । और कुछ अन्य कथाओं के अनुसार मकर सक्रांति के दिन देवता पृथ्वी पर अवतरित होते हैं और गंगा स्नान करते हैं। इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। मकर सक्रांति को मौसम में बदलाव का सूचक माना जाता है।
इस अबसर पर विशेष रूप से चंडीगढ़ विहिप के दोनों उपाध्यक्ष दविंदर सिधु, राकेश चौधरी, कोषाध्यक्ष अनुज कुमार सहगल, धर्म प्रसार से तजिंदर सिंह, विभाग संयजोक सुशील पांडेय और गौरक्षा के केंद्रीय सदस्य एवम पालक पंजाब प्रांत दया शंकर पांडेय विशेष रूप से उपस्थित रहे ।