मोहाली-- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा श्री राधा कृष्ण मंदिर फे ज-2 मोहाली में मासिक भंडारे का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के संस्थापक एवं संचालक परम श्रद्धेय गुरूदेव श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी सतबीरानन्द जी ने कहा कि आज समाज का चेहरा बेहद जखमी, दर्दनाक और दु:खदायी है। घरेलु हिंसा की समस्या आज बहुत बढ़ चुकी है। आज के पुरुषवर्ग की सोच है कि नारी का अस्तित्व पुरुष के मुकाबले बहुत कम है, वह उससे कमजोर है-शारीरिक स्तर पर भी और अन्य सभी सामाजिक स्तरों पर भी। पुरूष समाज नारी को एक पायदान का दर्जा देता है। इस समस्या का मूल कारण है-इंसान की अज्ञानता। नारी अपने वास्तविक स्वरूप के प्रति अंजान है। वह अपना स्वाभिमान खो बैठी है। एक पुरूष नारी को संमान नहीं दे पाता जो उसे देना चाहिए। इसके पीछे भी कारण है-चेतना के स्तर पर उसकी अज्ञानता। इंसान की चेतना सोई हुई है, इसलिए पुरूष हो या नारी दोनों ही अपेक्षित व्यवहार नहीं कर पाते। जब एक व्यक्ति आत्मा के स्तर पर जाग जाता है, तो फि र वह सामने वाले व्यक्ति की भावनाओं की कद्र करना भी सीख जाता है। तब वह मन बुद्धि और अहंकार के स्तर पर नहीं, बल्कि जागृत चेतना के स्तर पर जीने की कला जान जाता है। उसे इस बात का अहसास हो जाता है कि जिस चेतन सत्ता से उसका अस्तित्व है, नारी का अस्तित्व भी उसी से है। फि र वह उसे नीचे या कम दर्जे का न देख कर समान दर्जा दे पाता है। फि र वह नारी को संमान की नजरों से देखता है। जब हर व्यक्ति मे ऐसी जाग्रति आ जाए, तभी हम कह सकते हैं- स्वीट होम। हमारा प्यारा घर। जहाँ कोई हिंसा का स्थान नहीं होगा, बस प्रेम, सद्भावना और खुशियों का निवास होगा।