चंडीगढ़,7 दिसम्बर। - अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता-- चंडीगढ़ का दिल कहे जाने वाले सेक्टर 17 को अंततः अदालत की सख्ती के बाद ही पडियों से मुक्ति मिली। आज वहां प्लाजा में घूमने वाले लोगों का कहना था कि उन्हें लग रहा है कि अब यहां सांस आ रही है।
सबसे अधिक खुश थे शोरुमों के मालिक। यह लोग लम्बे संय से फडी वालों को हटाने की जद्दोजहद कर रहे थे पर न तो प्रशासन व न ही निगम ने इनकी सुनी। केवल प्लाजा ही नहीं यह पहली बार है कि सेक्टर-17, 19, 22 समेत पूरे शहर के वेंडरों को बाजारों से हटाकर वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया गया है।
व्यापारियों के अनुसार, वेंडरों के हटने के बाद सेक्टर-17 का यह स्वरूप पहली बार देखने को मिला है। शहर की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के बाद 4300 रजिस्टर्ड वेंडरों में से 987 लोगों को वेंडिंग जोन में शुक्रवार को शिफ्ट किया गया। शनिवार को अन्य वेंडरों को शिफ्ट करने की कार्रवाई जारी रकही। इसके साथ ही जहां जहां वेंडरों के वापिस लौटने की आशंका थी वहां निगम स्टाफ आज तारें अथवा बैरिकेड़ भी लगा रहा था। पिछले कल की भांति आज भी शहर की मार्किटों में पुलिस का पहरा था।
24X7 निगरानी और किसी भी तरह के आंदोलन पर नजर रखने के लिए, पूरे प्लाजा में 24 सीसीटीवी कैमरे और तीन पीटीजेड कैमरे लगाए गए हैं। उन्हें वाईफाई-सक्षम बनाया गया और आयुक्त यादव के मोबाइल फोन से जोड़ा गया।
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद नगर निगम, प्रशासन और पुलिस ने मिलकर शहर को व्यवस्थित करने की योजना को अमलीजामा पहनाया। निगमायुक्त केके यादव, जिलामजिस्ट्रेट मंदीप सिंह बराड़ और एसएसपी नीलांबरी जगदले ने सुबह से ही शहर का दौरा दिया। सेक्टर 17 के व्यापारी कमलजीत सिंह पंछी ने कहा कि वह कह सकते हैं कि सेक्टर 17 का मूल चरित्र फिर से लौट आया है। इन सड़क विक्रेताओं द्वारा फैलाई गई अराजकता के कारण लोगों ने ने प्लाजा में आना बंद कर दिया था जिससे उनके व्यापार को भी धक्का लगा था। अब वह खुश हैं कि सेक्टर 17 फिर से आबाद होगा।
निगमायुक्त ने सेक्टर-19, 17 और 22 में 15 दिनों तक स्टैंड ड्यूटी लगा दी है। इसमें एक सब इंस्पेक्टर, एक एक्सईएन और चार फायरमैन कर्मी लगातार तैनात रहेंगे, जो अवैध रूप बैठने वाले वेंडरों को रोकेंगे। इसके अतिरिक्त यह लोग अलाटिड़ साईचटों से बाहर वेंडर अपने सामान न रखे , इसपर भी नज़र रखेंगे।
आज लोग प्लाजा का बदला स्वरूप देखकर खुश थे। वैसे के समय बिकने वाले कढ़ी-चावल, राजमा-चावल आदि आदि खाने वाले कुछ निराश बी थे। इन लोगों का कहना था कि दोपहर के समय एेसे कुछ लोगों को कुछ समय के लिए बैठने देना चाहिए क्योकि लोगों को सस्ता भोजन मिल जाता है।
निगम की ओर से प्लाजा में पेड़ों के किनारे सुंदर फूलों के फ्लॉवर पॉट रख दिए गए। कल शाम ही पूरे सेक्टर को धोकर एेसे साफ किया गया मानो कोई अछूत की बीमारी वाला रोगी यहां से गया हो। लोगों ने म्यूजिकल फाउंटेन का भी खूब मजा लिया। निगमायुक्त का कहना था कि अब धोबी, मोची, नाई और चाय वालों को वहीं बैठने दिया जायेगा। था। आज दिन भर पुलिस की ओर से प्लाजा सहित शहर के प्रमुख बाजारों में वेंडर्स को बैठने नहीं दिया जा रहा था।
सेक्टर-15 में बना बेंडिंग जोन में वेंडर्स शिफ्ट होने शुरू हो गए हैं। यहां पर 850 वेंडर्स के लिए साइट बनाई गई है। शनिवार को अभी यहां पर मुश्किल से 50 वेंडर ही शिफ्ट हुए हैं। निगमायुक्त का कहमना है कि किसी भी इलाके में अगर वेंडर दिखाई देते हैं तो वह एरिया के इनफोर्समेंट इंसपेक्टर की जिम्मेदारी होगी।
आज ,शनिवार, व रविवार को निगम कार्यालय खुला रहेगा व सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द् की गई हैं। निगमायुक्त का कहना था कि अभी करीब 2 सप्ताह तक यह अभियान जा री रहेगा। ज्ञात रहे कि वेंडरस को रिलोकेट करने के संबंध में निगमायुक्त को अदालत में जवाब देना है।
----
बाक्स
--- निगम की तमाम सख्ती के बावजूद भी शहर के अनेक बागों में पेड़ों के नीचे बैठे नाई, पान-बीडी-टौफियों वाले बैठे दिखाई दे रहे थे। निगम का सारा ध्यान अभी शहर के उत्तर की एर है अतः शहर के दक्षिण भाग में आज बी पेडों के नीचे इनका धंधा चल रहा ताष बुडैल की ओर बी अनेक नाई सडकों के किनारे अपना काम कर रहे थे। पूछने पर एक ने कहा कि अभी जब उनके इलाके में आयेंगे तो देखेंगे। दम से यह लोग कहते हैं कि बुडैल में तो किसी के आने की हिम्मत ही नहीं।
---------------------
चंडीगढ़ व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्ढा ने कहा कि सेक्टर 17 के दुकानदार प्रशासन का समर्थन करना जारी रखेंगे। उनका कहना था कि वह लोग निगम व प्रशासन के आभारी हैं कि विक्रेताओं को हटा दिया गया है और प्लाजा की मूल रुप वापस आ गया है। उनका कहना था कि सर्दियों के समय लोग धूप में घूम सकते हैं ।
सेक्टर 19 के सदर बाजार , सेक्टर 22 की शास्त्री मार्किट के बाहर व अनेक अन्य स्थानो पर आज पार्किंग एरिया बिल्कुल खाली थे। सेक्टर 19 में तो अनेक लोगों को आज पता चला कि सदर बादार के बाहर इताना बड़ा पार्किंग स्थळ है। सदर बाजार के आ,पास रह रहे लोग भी आज खुश थे क्योकि हर शनिवार व रविवार की भांति उन्हें ट्रैफिक की समस्या से नहीं जूझना पड़ा।
लोग निगम व प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि अवैध रेहड़ी फढी वालों को हटा कर शहर का मूल स्वरुप अब बरकरार रखा जायेगा।