पंचकूला।- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के तहत लोगों को जागरुक करने का काम पूरे जोरों पर चल रहा है। आईईसी के तहत दुकानदारों, स्कूली विद्यार्थियों एवं अन्य संस्थानों के कर्मचारियों को स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे में जानकारी दी जा रही है। ताकि लोग अपने घर एवं व्यवसायिक संस्थानों से निकलने वाला कूड़ा अलग करें। नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल ने बताया कि लोगों को नगर निगम पंचकूला द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के अनुपालन में निगम एरिया मेंकूड़ा अलग-अलग करने और एकीकृत करने के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 के तहत जानकारी दी जा रही है। नगर निगम पंचकूला वर्तमान में चार मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी कम्पोस्टिंग यूनिट चला रहा है, जहां गीला कचरा कंपोस्ट किया जाता है और गैर-कंपोस्टेबल सामग्री को अस्थाई रूप से संग्रहित किया जाता है, जिसे बाद में रिसाइकलरों को बेच दिया जाता है। नगर निगम पंचकूला ने डंपिंग साइट पर इन पंजीकृत कूड़ा बीनने वालों को व्यावसायिक पहचान पत्र भी जारी किए हैं और कलेक्टर घर-घर जाकर काम कर रहे हैं। जोगपाल ने लोगों से स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में योगदान देने की अपील की। जोगपाल ने कहा कि यह कचरा बीनने वाले पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सेवा कर रहे हैं और शहर में ठोस कचरे के प्रबंधन के लिए निगम के प्रयासों को पूरा सहयोग कर रहे हैं, क्योंकि यह सार्वजनिक स्थानों से ठोस अपशिष्ट एकत्र करते है और इनको रिसाइकलर्स को बेचते हैं। परिणामस्वरूप कम कचरा डंपिंग यार्ड में पहुंचता है और गीला और सूखा कचरा अलग-अलग होता है। ये रिसाइकलर्स इस ठोस कचरे को लेनले के बाद रीसाइक्लिंग उद्योग के लिए कच्चा माल के रुप में तैयार कर रहे हैं। इस अवसर पर कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह, वरिष्ठ सलाहकार डीके गुप्ता, एसबीएम प्रमुख प्रियंका मोंगा चौहान, प्रवीण चौधरी, अभिषेक मेहता सहित अन्य मौजूद थे।