अम्बाला, 5 दिसम्बर:- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- एडीसी जगदीप ढांडा, सीटीएम कपिल शर्मा ने अधिकारियों की टीम के साथ रामबाग मैदान अम्बाला शहर में 6 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक आयोजित किये जाने वाले गीता जयंती महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया और बताया कि जिला स्तरीय गीता जयन्ती महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गीता जयन्ती समारोह भव्य और शानदार तरीके से मनाने के लिए सभी विभागों को बैठके आयोजित करके निर्देश दिए जा चूके हैं। डीसी अशोक शर्मा के मार्ग दर्शन में मनाने जाने वाले गीता महोत्सव में अध्यात्मिक और धार्मिक विषयों को लेकर कलाकारों द्वारा बेहतरीन प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र बिन्दु रहेगी।
एडीसी ने बताया कि यह आयोजन 6 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे गीता हवन यज्ञ के साथ आयोजित किया जायेगा। इसके उपरांत 10.30 बजे मुख्य अतिथि द्वारा प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा 11 अवलोकन किया जायेगा। इस मौके पर हरियाणवी और पंजाबी कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जायेगें। अध्यात्मिक और सामाजिक मूल्यों को प्रदर्शित और परिभाषित करने के लिए चुनिंदा कलाकारों की टीम पहुंच गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा उनके ठहरने, खान-पान इत्यादि की व्यवस्था भी कर दी गई हैं।
उन्होने यह भी बताया कि 7 दिसम्बर को प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक कलाकारों, स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेेंगे। संगीत और लय के सूर में पिरोई विद्याएं आकर्षण का केन्द्र बिन्दू रहेगी। इसी दिन कार्यक्रम स्थल पर गीता सम्बधी विषय को लेकर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। जानकारी के क्रम में उन्होंने यह भी बताया कि 8 दिसम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ भव्य शोभा यात्रा भी आयोजित की जाएगी, जो शहर के निर्धारित स्थानों से होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेगी। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा कार्यक्रम स्थल पर हमारी प्राचीन संस्कृति को परिभाषित करती नगाड़ा पार्टी, बिन-बांसुरी, रसिया और कच्ची घोड़ी कार्यक्रम भी अपनी उपस्थित का एहसास कराएगें। कलाकारों द्वारा राधा-कृष्ण नृत्य नाटिका सहित अन्य ज्ञानवर्धक और मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे।
नगराधीश कपिल शर्मा ने एक अन्य जानकारी के तहत बताया कि सभी विभागों द्वारा सरकार की जनहित योजनाओं, परियोनाओं, स्कीमों और नीतियों को लेकर 30 से अधिक पंडाल लगाए जा चूके हैं। इनमें सम्बधिंत अधिकारी अपने कर्मचारियो की टीम के साथ नीतियों पर आधारित साहित्य भी रखेगों ताकि कार्यक्रम मे आने वाले लोगों को सरकार की नीतियों की जानकारी भी मिलती रहें।